नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। गाबा की पिच पर शुरुआत में ही तेज गेंदबाजों के लिए उछाल और सीम मूवमेंट मिलने की उम्मीद थी। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई ओपनर्स उस्मान ख्वाजा और नाथन मैकस्वीनी ने धैर्य के साथ भारतीय गेंदबाजों का सामना किया। पहले दिन 13.2 ओवर तक ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी नुकसान के 28 रन बनाए। लेकिन बारिश ने पूरे मैच का माहौल बदलकर रख दिया।

बारिश ने तोड़ा खेल का रिदम

पहले दिन लंच से ठीक पहले बारिश के कारण खेल को रोकना पड़ा। इसके बाद लगातार खराब मौसम के चलते बाकी दिन का खेल संभव नहीं हो पाया। मौसम विभाग ने आगामी चार दिनों में भी बारिश की संभावना जताई है, जिससे मुकाबला ड्रॉ की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। रविवार को भी 46 प्रतिशत बारिश और तेज हवाओं की भविष्यवाणी ने दर्शकों की उम्मीदों को थोड़ा कम कर दिया है।

जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने पिच का भरपूर फायदा उठाने की कोशिश की। बुमराह ने पहले स्पेल में छह ओवर फेंके और केवल आठ रन दिए, जबकि सिराज ने चार ओवर में 13 रन खर्च किए। हालांकि, दोनों गेंदबाज विकेट हासिल करने में नाकाम रहे। सिराज ने ज्यादातर शॉर्ट पिच गेंदें डालीं, लेकिन ख्वाजा ने दो शानदार चौकों से उनका स्वागत किया।

ख्वाजा ने भारतीय गेंदबाजों का सामना बड़ी समझदारी से किया। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में सधी हुई तकनीक का प्रदर्शन किया और केवल वही गेंदें खेलीं जो उनके स्टंप्स के करीब थीं। उन्होंने 47 गेंदों पर 19 रन बनाए और बुमराह की उछाल लेती गेंदों को शरीर के करीब खेला। दूसरी ओर, मैकस्वीनी ने संयम दिखाते हुए 33 गेंदों में मात्र चार रन बनाए।

हालांकि पिच से तेज गेंदबाजों को उछाल मिल रहा था, लेकिन स्विंग की कमी ने बल्लेबाजों को खेलने में मदद दी। बुमराह और सिराज दोनों ने कसी हुई गेंदबाजी की, लेकिन ख्वाजा की सधी हुई तकनीक ने गेंदबाजों के लिए चुनौती बढ़ा दी। आकाशदीप ने भी 3.2 ओवर में केवल दो रन दिए और अपनी लाइन-लेंथ को स्थिर रखा।