नई दिल्ली: IPL 2025 की नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 13 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी को 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा, जो इस नीलामी का सबसे चौंकाने वाला पल रहा। उनकी उम्र और जबरदस्त टैलेंट ने सभी का ध्यान खींचा। कप्तान संजू सैमसन ने वैभव के सलेक्शन की कहानी साझा करते हुए उनकी पारी के पीछे के कारणों को उजागर किया।

संजू सैमसन ने एक इंटरव्यू में बताया कि चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए अंडर-19 टेस्ट मैच के दौरान वैभव ने 60-70 गेंदों पर शतक जड़ा। उनकी यह पारी इतनी अद्भुत थी कि राजस्थान के निर्णयकर्ताओं ने उन्हें अपनी टीम में शामिल करने का मन बना लिया। सैमसन ने कहा “उन्होंने जो शॉट्स खेले, वे बेहद खास थे। हमें लगा कि इस तरह के खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए ताकि वे अपनी काबिलियत को और निखार सकें।”

राजस्थान रॉयल्स का इतिहास रहा है कि वह नई और उभरती हुई प्रतिभाओं को निखारने में अग्रणी भूमिका निभाता है। टीम ने यशस्वी जायसवाल, रियान पराग, और ध्रुव जुरेल जैसे खिलाड़ियों को मंच दिया है। सैमसन ने कहा “हम सिर्फ IPL ट्रॉफी जीतने पर ध्यान नहीं देते, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि हम भारतीय क्रिकेट को नए चैंपियन दें।”

वैभव सूर्यवंशी ने पिछले साल रणजी ट्रॉफी में बिहार के लिए डेब्यू किया और लिस्ट-ए क्रिकेट खेलने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बन गए। उनकी उम्र के बावजूद उनका प्रदर्शन परिपक्वता दिखाता है। संजू सैमसन ने कहा की “वैभव का सलेक्शन इस बात का उदाहरण है कि टैलेंट किसी उम्र की मोहताज नहीं होती। उनसे मिलना और उनके साथ खेलना बेहद रोमांचक होगा।”

13 साल की उम्र में आईपीएल में चुने जाने वाले वैभव ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और समर्पण से कुछ भी संभव है। वह न केवल युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि भारतीय क्रिकेट में नए सितारों की कोई कमी नहीं है।