Vidur Niti: हिन्दू धर्म और भारत के इतिहास में विदुर जी के चरित्र चित्रण के बारे में कई सारे बताई गई हैँ। विदुर को नीति, धर्म और सत्य निष्ठा का आदर्श भी माना जाता रहा है। इसलिए आज भी लोग विदुर जी के द्वारा बताई गई नीतियों का पालन अपनी रोजमर्रा कि जिंदगी में करते हैँ। ऐसे में यदि आप भी अपनक जिंदगी को व्यवस्थित करना चाहते हैँ तो आज हम विदुर जी से जुड़े कुछ खास बातें बतायेंगे, जो उन्हीं के द्वारा बताई गई हैँ। ये बातें बहुत ही ज्यादा काम आ सकती हैँ।
विदुर जी के द्वारा बताई गई इन शेष बातों का रखें खास ध्यान:
निजी दुख और समस्याएं
विदुर नीति के अनुसार मानें तो लोगों को अपने दुख और समस्यायों को केवल उन्हीं लोगों से साझा करनी चाहिए, जो उन्हें सच में अपना समझते हों। अपनी परेशानियां और दिक्क़तें सबको नहीं बतानी चाहिए। क्युंकि सामने लोग दुख प्रकट करते हैँ और पीठ पीछे स्थिति देख के खुश होते हैँ।
वित्तीय स्थिति और भारी नुकसान
विदुर जी के नीतियों के मुताबिक, अपनी धन- सम्पत्ति, आय और पर्सनल ग्रोथ के बारे में किसी भी व्यक्ति को बताने से बचना चाहिए। क्युंकि ये जानकारी दूसरों के मन में आपके लिए ईर्ष्या उत्पन्न कर सकती है, और वे आपके बारे में नेगेटिव चीजें सोंचना या आपके साथ बदला तक लेने के लिए तैयार हो जाते हैँ।
अपना धर्म और आध्यात्मिक साधनाएं
महात्मा विदुर जी के अनुसार मानें तो धार्मिक क्रिया कल्प निजी होती हैँ इसलिए इन्हें अपने तक ही व्यक्तिगत रखना चाहिए। यदि इन्हें सवार्जनिक रूप से साझा किया जाए तो इसका महत्व कम होता चला जाता है।
अपनी कमी और कमजोरियां
विदुर जी के मुताबिक अपनी कमजोरियों को कभी भी दूसरों से साझा नहीं करना चाहिए। क्युंकि लोग आपके कमजोरी का गलत इस्तेमाल कर सकते हैँ और इसका फायदा उठा सकते हैँ।
परिवार कि निजी बातें
महात्मा विदुर जी के मुताबिक अपनी परिवार कि आंतरिक बातों को कभी किसी और से साझा नहीं करना चाहिए न ही उन्हें बताना चाहिए। अपने भीतर ही इन बातों को रखें या जिस भी व्यक्ति से आपको समस्या है बस उससे इस बारे में बात करें।