नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा मुकाबला 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेला जाएगा। लेकिन इस महत्वपूर्ण टेस्ट से पहले भारतीय टीम की चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। शनिवार को जहां केएल राहुल चोटिल हुए, वहीं रविवार को कप्तान रोहित शर्मा को नेट सेशन के दौरान बाएं घुटने में चोट लगने की खबर आई।
कैसे लगी रोहित शर्मा को चोट?
मेलबर्न में टीम इंडिया के प्रेक्टिस सेशन के दौरान रोहित शर्मा के बाएं घुटने में चोट लग गई। उन्हें तुरंत फिजियो की मदद लेनी पड़ी। चोटिल होने के बाद रोहित ने अपना गियर उतारा और कुर्सी पर बैठ गए। फिजियो ने आइस पैक लगाकर सूजन को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
चोट के दौरान हिटमैन दर्द से कराहते नजर आए। फिजियो ने रोहित के बाएं पैर को कुर्सी पर रखकर आरामदायक स्थिति में लाने की कोशिश की। अच्छी बात यह है कि चोट गंभीर नहीं लग रही, और एहतियात के तौर पर तुरंत इलाज किया गया।
क्या बॉक्सिंग डे टेस्ट में खेल पाएंगे रोहित शर्मा?
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच शुरू होने में अभी कुछ समय है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि रोहित शर्मा पूरी तरह फिट होकर मैदान पर उतरेंगे। हालांकि, उनकी चोट का आकलन अगले कुछ दिनों में किया जाएगा। टीम मैनेजमेंट और मेडिकल स्टाफ यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि चोट के कारण कोई जटिलता न हो। अगर रोहित समय पर फिट हो जाते हैं, तो यह भारतीय टीम के लिए राहत की बात होगी।
रोहित शर्मा का इस सीरीज में प्रदर्शन अब तक निराशाजनक रहा है। दूसरे बच्चे के जन्म के चलते वह पर्थ टेस्ट नहीं खेल पाए थे। एडिलेड में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट में उन्होंने मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके।
पिछले दो मैचों में उनके स्कोर 3, 6 और 10 रन रहे। गाबा टेस्ट ड्रॉ होने के चलते उन्हें दूसरी पारी में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। रोहित का अनुभव भारतीय टीम के लिए बेहद अहम है। मेलबर्न के स्पिन-फ्रेंडली विकेट पर उनकी बल्लेबाजी टीम के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।
टीम इंडिया के सामने बढ़ती चुनौतियां
भारतीय टीम पहले ही केएल राहुल की चोट से जूझ रही है। राहुल की स्थिति को देखते हुए उन्हें चौथे टेस्ट में खेलने की संभावना कम है। अब अगर रोहित शर्मा भी फिट नहीं होते हैं, तो टीम के लिए यह बड़ा झटका होगा।
मेलबर्न टेस्ट से पहले टीम इंडिया को अपनी प्लेइंग इलेवन में बदलाव करने पर मजबूर होना पड़ सकता है। शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल को रोहित की गैरमौजूदगी में ओपनिंग की जिम्मेदारी मिल सकती है। टीम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि रोहित फिट होकर बॉक्सिंग डे टेस्ट में टीम का नेतृत्व करेंगे। उनकी बल्लेबाजी का आक्रामक अंदाज मेलबर्न की परिस्थितियों में विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बना सकता है।