SBI Update: एसबीआई (SBI) द्वारा MCLR में वृद्धि का असर लोन लेने वालों पर पड़ सकता है, क्योंकि इससे बैंक द्वारा दिए गए सभी प्रकार के लोन जैसे होम लोन, पर्सनल लोन, और ऑटो लोन की ब्याज दरें बढ़ सकती हैं। बढ़ी हुई MCLR दर 15 नवंबर, 2023 से लागू हो चुकी है।

SBI की MCLR एक प्रमुख बेंचमार्क दर है, जो लोन की ब्याज दर निर्धारित करने में मदद करती है। MCLR को बैंक के द्वारा ब्याज दरों की समीक्षा और आधार दरों के आधार पर समय-समय पर बढ़ाया या घटाया जाता है। इसके अलावा, रिजर्व बैंक की नीतियों और बाजार स्थितियों का भी इस पर असर पड़ता है।

यदि आपके पास SBI से लोन है या आप लोन लेने का सोच रहे हैं, तो अब आपको ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ सकता है। खासकर जिन लोन की दर MCLR से जुड़ी हुई है, उन पर इसका सीधा असर होगा।

एसबीआई (SBI) ने अपनी कोष की सीमांत लागत आधारित लोन दर (MCLR) में 0.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की है, जो 15 नवंबर, 2023 से लागू हो गई है। इस वृद्धि के बाद, एक साल की MCLR दर अब 9 प्रतिशत हो गई है। इससे उन लोगों पर असर पड़ेगा जिन्होंने एसबीआई से लोन लिया है या जो लोन लेने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि MCLR के आधार पर उनकी लोन की ब्याज दरें बढ़ सकती हैं।

SBI के इस कदम का मकसद बाजार की मौजूदा स्थितियों और रिजर्व बैंक की नीतियों के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए बैंक की ब्याज दरों को संतुलित करना है। यदि आप किसी फ्लोटिंग रेट लोन पर हैं, तो आपको नई ब्याज दर का सामना करना पड़ सकता है, जो आपके मासिक EMI पर असर डाल सकती है।

आपके लोन पर इस बदलाव का असर आपके लोन के प्रकार (जैसे होम लोन, पर्सनल लोन, आदि) पर भी निर्भर करेगा, क्योंकि SBI द्वारा निर्धारित ब्याज दरें इन LCR दरों के आधार पर तय होती हैं।