Vastu Tips For New Home: वास्तु शास्त्र कि खास बात ये है कि न केवल भारत में बल्कि विश्व समेत अलग अलग जगहों में इसकी अपनी एक अलग ही लोकप्रियता है। वहीं, बहुत सारे लोग तो घरों को डिज़ाइन करवाने से लेकर इसमें शिफ्ट होने तक वास्तु के मुताबिक ही प्रत्येक कार्यों को करते हैँ।

कहा जाता है कि ऐसा करने पर जीवन में संतुष्टटि कि न केवल भावना आती है बल्कि धन से लेकर वैभव कि जीवन में कभी कोई कमी नहीं होती है। इसलिए वास्तु खास प्रकार से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके पीछे का मुख्य कारण ये भी होता है कि ये गुणवक्ता के ऊपर भी आधारित होता है।

एक बेहतरीन घर के लिए यदि वास्तु के अनुसार देखें तो अधिक से अधिक सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। जिससे कि व्यक्ति के जीवन में हर प्रकार कि नेगेटिविटी लगभग दूर हो जाती है। इसलिए हमेशा से इस बात के ऊपर अधिक गौर किया जाता है कि घर में और जीवन में वास्तु का उचित मार्ग दर्शन होना बहुत ही ज्यादा जरूरी और अहम है। क्युंकि ऐसा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार दो गुना तक अधिक बढ़ सकता है।

वास्तु के अनुसार स्वयं के घर के लिए इस रंग का चयन अवश्य जरूर करें:

वास्तु शास्त्र में अलग अलग रंगों का जिक्र खास प्रकार से किया गया है। प्रत्येक रंगों कि वास्तु के अनुसार अपनी एक अलग पहचान होती है। वास्तु के अनुसार सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है कि ग्रिड का उपयोग करके दीवारों का विश्लेषण किया जाना चाहिए।

इसके बाद ही सही रंगों का चयन करके दीवारों में कलर करवाना चाहिए। जैसे कि उत्तर दिशा कि ओर पीला रंग शुभ होता है। दक्षिण दिशा कि ओर सदैव हल्के रंग ही करवाने चाहिए, जैसे कि लाइट पिंक, लाइट येलो आदि। इसका सीधा परिणाम आपको अपने घर परिवार में सीधे तौर पर देखने को मिलता है।

वास्तु के मुताबिक मानें तो ऐसी होनी चाहिए फर्नीचर कि घर में व्यवस्था 

घर में जितने भी इंटीरियर वस्तुओं को सेट करें उसे वास्तु के मुताबिक ही रखें। अगर इसका उदाहरण दें तो जैसे कि उत्तर दिशा कि ओर पूरा गोल या त्रिकोण आकर के फर्नीचर को रखें। इसके अलावा दक्षिण दिशा कि ओर आप चौकोर शेप कि चीजों को रखें। इस दिशा में इस तरह कि ऐसी चीजों को रखें ये बहुत ही ज्यादा शुभ होता है।