नई दिल्ली: भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन विराट कोहली ने दूसरी पारी में शानदार 70 रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन का आंकड़ा पार किया था। भले ही भारतीय टीम मैच हार गई हो, लेकिन कोहली की पारी ने टीम को मुकाबले में बनाए रखा। अब, वह दूसरे टेस्ट में एक और बड़े कीर्तिमान के करीब हैं, जहां वह एशिया में 16000 इंटरनेशनल रन पूरे कर सकते हैं।

भारतीय टीम और न्यूजीलैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच 24 अक्टूबर को पुणे में खेला जाएगा। इस टेस्ट मैच में यदि विराट कोहली 55 रन बना लेते हैं, तो वह एशियाई धरती पर 16000 इंटरनेशनल रन बनाने वाले चौथे बल्लेबाज बन जाएंगे। इससे पहले, केवल तीन बल्लेबाजों ने यह उपलब्धि हासिल की है – सचिन तेंदुलकर, कुमार संगकारा, और महेला जयवर्धने।

एशिया में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज

एशिया में सबसे ज्यादा इंटरनेशनल रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में सबसे ऊपर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर हैं। तेंदुलकर ने एशिया में 21741 इंटरनेशनल रन बनाए हैं, जो इस फॉर्मेट में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उनके बाद कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने का नाम आता है। कोहली ने अब तक एशिया में 15945 रन बनाए हैं और वे इस लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं।

पुणे टेस्ट में कोहली का रिकॉर्ड

पुणे के मैदान पर विराट कोहली का रिकॉर्ड मिश्रित रहा है। उन्होंने इस मैदान पर अब तक दो टेस्ट मैच खेले हैं। 2017 में खेले गए पहले टेस्ट में कोहली ने पहली पारी में शून्य और दूसरी पारी में 13 रन बनाए थे। वहीं, 2019 में खेले गए दूसरे टेस्ट में उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 254 रन की शानदार पारी खेली थी। कोहली की यह पारी यादगार रही थी, और अब उम्मीद की जा रही है कि वह पुणे के मैदान पर फिर से अपनी शानदार फॉर्म दिखाएंगे।

विराट कोहली ने एशियाई धरती पर इंटरनेशनल क्रिकेट में 15945 रन बनाए हैं, और वह जल्द ही 16000 रन पूरे कर सकते हैं। इस उपलब्धि के बाद, वे उन बल्लेबाजों की सूची में शामिल हो जाएंगे जिन्होंने एशिया में क्रिकेट के हर फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है। कोहली का यह योगदान न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए, बल्कि वैश्विक क्रिकेट के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है।

पुणे टेस्ट में विराट कोहली के प्रदर्शन पर सभी की नजरें रहेंगी। भारतीय टीम के कप्तान के रूप में उनकी भूमिका, बल्लेबाजी में उनकी जिम्मेदारी और उनका अनुभव टीम के लिए अहम होगा। इस मैदान पर उनकी पिछली शानदार पारी को देखते हुए, यह उम्मीद की जा रही है कि वह एक और बड़ी पारी खेलेंगे और टीम को मजबूत स्थिति में ले जाएंगे।