Vastu Tips: शायद ही ये बताने कि जरूरत हो कि सनातन धर्म में भगवान जी कि विधि विधान से पूजा अर्चना कि जाती है। वहीं, भगवान के अलावा भी कई सारी ऐसी चीजें होती हैँ जिनकी विधि विधान से पूजा कि जाती है। या भगवान के द्वारा उनकी मन पसंद चीजों का भी विधि विधान से पूजा अर्चना किए जाने के बारे में भी उल्लेख किया गया है। इसलिए इन्हें भी वहीं दर्जा दिया जाता है जो कि भगवान का होता है। आज हम एक ऐसी ही चीज के बारे में बात कर रहे हैँ जो है मोर का पँख।

मोर के पँख के बारे में कौन नहीं जनता कि ये भगवान कृष्ण जी को कितना ज्यादा प्रिय है। कृष्ण जी के जितने भी आभूषण हैँ, इनमें सबसे अधिक प्रिय है भगवान को और वो है मोर का पँख। जिसे वे सदैव बचपन से लेकर के बड़े होने तक लगाए ही रहते थे।

 

वास्तु शास्त्र में मोर के पँख को काफी ज्यादा महत्व दे रखा गया है। अगर ये सही दिशा में रखा हो तो जीवन में कभी भी किसी तरह कि आर्थिक समस्याएं नहीं आती हैँ। घर से हर तरह कि नेगेटिविटी को दूर करने के लिए मोर के पँख को बहुत ही ज्यादा शुभ समझा जाता है।

ऐसे में जानिए कि मोर के पँख को किस दिशा कि ओर लगाना काफी ज्यादा शुभ होता है:

मोर के पँख को इस ओर लगाना होता है बहुत शुभ

मोर के पँख कि खास बात ये है कि ये भगवान  श्री कृष्ण जी के प्रिय तो हैँ ही साथ ही साथ कई सारे भगवान भी मोर के पंखो को बहुत ही ज्यादा पसंद करते हैँ। मान्यता है कि मोर के पंखो में नव ग्रहों का वास होता है। ऐसे में ये घर में कितना ज्यादा शुभ होता होगा इस बात का अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैँ। इसके घर पर होने से परेशानियां टल जाती हैँ और भगवान कि कृपा बनी रहती है। यदि वास्तु शास्त्र के अनुसार मानें तो मोर के पंखो को हमेशा दक्षिण पूर्व दिशा कि ओर रखना चाहिए। इससे घर का वातावरण भी काफी ज्यादा अच्छा रहता है।

जीवन में आने वाली हर तरह कि आर्थिक समस्यायों से मिल जाता है आसानी से छुटकारा:

बहुत सारी कोशिशों के बाद भी अगर आपके हाँथ में पैसा नहीं टिक रहा है तो आपको मोर के पँख का सही नियम अनुसार पालन करना चाहिए। मोर पँख को पूजा स्थल में रखने से आपको इसका विशेष प्रकार से लाभ प्राप्त होगा। साथ ही ये परिवार में खुशियाँ और बरकत भी लेकर के आता है। साथ ही अगर बार बार कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो उसके कमरे में भी मोर के पँख को अवश्य रखना चाहिए।