नई दिल्ली: भारत के धाकड़ ओपनर शिखर धवन ने ICC चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई है। उन्होंने टूर्नामेंट में 77.88 की औसत और 101.59 के स्ट्राइक रेट के साथ कुल 701 रन बनाए। धवन के बल्ले से तीन शानदार शतक और तीन अर्धशतक निकले। उनकी दमदार पारियों ने भारतीय टीम को कई बार कठिन परिस्थितियों से उबारा और वह चैंपियंस ट्रॉफी के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं।

1. क्रिस गेल: यूनिवर्स बॉस का दबदबा

क्रिस गेल, जिन्हें ‘यूनिवर्स बॉस’ के नाम से जाना जाता है, चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। वेस्टइंडीज के इस धाकड़ खिलाड़ी ने 17 मैचों में 52.73 की औसत और 88.77 के स्ट्राइक रेट के साथ कुल 791 रन बनाए। गेल के खाते में तीन शतक और एक अर्धशतक शामिल हैं। उनका आक्रामक खेल विपक्षी गेंदबाजों के लिए हमेशा मुश्किलों का कारण बना।

2. महेला जयवर्धने: श्रीलंकाई क्रिकेट का भरोसेमंद नाम

श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज और कप्तान महेला जयवर्धने ने अपनी टीम के लिए शानदार पारियां खेलीं। उन्होंने 22 मैचों में 41.22 की औसत और 84.80 की स्ट्राइक रेट के साथ कुल 742 रन बनाए। जयवर्धने ने टूर्नामेंट में 5 अर्धशतक लगाए और हमेशा अपनी टीम को अहम परिस्थितियों में संभाला।

3. कुमार संगाकारा: श्रीलंका के महान विकेटकीपर-बल्लेबाज

श्रीलंका के महान बल्लेबाज और विकेटकीपर कुमार संगाकारा का नाम इस लिस्ट में चौथे स्थान पर आता है। उन्होंने 22 मैचों में 37.94 की औसत से कुल 683 रन बनाए। संगाकारा के बल्ले से एक शतक और चार अर्धशतक निकले।

4. सौरव गांगुली: दादा का जलवा

भारत के पूर्व कप्तान और क्रिकेट के ‘प्रिंस ऑफ कोलकाता’ सौरव गांगुली ने भी चैंपियंस ट्रॉफी में अपने दमदार प्रदर्शन से जगह बनाई। गांगुली ने 13 मैचों में 73.88 की शानदार औसत और 85.92 के स्ट्राइक रेट के साथ कुल 665 रन बनाए। उनके बल्ले से तीन शतक और तीन अर्धशतक निकले। गांगुली की पारियां भारतीय टीम के लिए प्रेरणादायक रहीं और उन्होंने हमेशा टीम को मजबूती दी।

चैंपियंस ट्रॉफी के महान बल्लेबाजों का योगदान

चैंपियंस ट्रॉफी ने दुनिया को कई बेहतरीन खिलाड़ी दिए हैं। चाहे वह गेल की विस्फोटक बल्लेबाजी हो या जयवर्धने और संगाकारा की क्लासिक पारियां, इन खिलाड़ियों ने अपने खेल से फैंस का दिल जीता। सौरव गांगुली और शिखर धवन जैसे भारतीय खिलाड़ियों ने भी भारतीय क्रिकेट के गौरव को बढ़ाया है।