नई दिल्ली: गाबा टेस्ट मैच में टीम इंडिया की हालत खराब नजर आ रही है। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 7 विकेट पर 405 रन बना लिए हैं, और उनके पास अब भी तीन विकेट शेष हैं। इस मुकाबले में टीम इंडिया के गेंदबाज बेअसर साबित हो रहे हैं। खासकर रवींद्र जडेजा, जिनकी गेंदबाजी इस मैच में टीम के लिए सबसे कमजोर कड़ी साबित हो रही है। रोहित शर्मा द्वारा किए गए बदलाव भी उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं दे पा रहे।
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों का शानदार प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ट्रैविस हेड और स्टीव स्मिथ ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। हेड ने अपनी लगातार दूसरी सेंचुरी ठोककर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, वहीं स्मिथ ने 101 रनों की पारी खेलकर फॉर्म में वापसी की। दोनों के बीच 241 रनों की साझेदारी ने भारतीय गेंदबाजी अटैक को पूरी तरह से विफल कर दिया। जसप्रीत बुमराह को छोड़कर भारतीय गेंदबाजों में किसी ने भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर लगाम नहीं लगाई।
रोहित शर्मा के फैसले पर उठे सवाल
तीसरे टेस्ट में रोहित शर्मा ने टीम में दो बड़े बदलाव किए थे। हर्षित राणा की जगह आकाश दीप और रविचंद्रन अश्विन की जगह रवींद्र जडेजा को टीम में शामिल किया गया। यह सीरीज में जडेजा का पहला मैच है। हालांकि, जडेजा की गेंदबाजी इस मैच में बेहद निराशाजनक रही है। उन्होंने 16 ओवर में 76 रन लुटाए और अभी तक एक भी विकेट नहीं ले सके।
सीरीज में पहली बार खेले जडेजा
इस सीरीज के पहले दो मैचों में जडेजा को मौका नहीं दिया गया था। पर्थ टेस्ट में वॉशिंगटन सुंदर ने उनकी जगह ली थी और शानदार प्रदर्शन करते हुए दो विकेट लिए थे। दूसरे टेस्ट में अश्विन को मौका मिला, लेकिन वे भी खास असर नहीं छोड़ सके। तीसरे टेस्ट में जडेजा को शामिल करने का फैसला रोहित शर्मा पर भारी पड़ता दिख रहा है।
जडेजा का प्रदर्शन सबसे कमजोर
गाबा टेस्ट में जडेजा अब तक सबसे कमजोर गेंदबाज साबित हुए हैं। उन्होंने 16 ओवर में 4.80 की इकॉनमी से रन दिए, जबकि विकेट लेने में नाकाम रहे। उनकी तुलना में नितीश रेड्डी ने 13 ओवर में 65 रन देकर एक विकेट लिया, जो उनसे बेहतर प्रदर्शन है। जडेजा का खराब प्रदर्शन भारत की संभावनाओं पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी ने बचाई लाज
जसप्रीत बुमराह ने एक बार फिर अपनी धारदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और स्टीव स्मिथ, मिचेल मार्श और ट्रैविस हेड के विकेट झटके। बुमराह की गेंदबाजी ने भारत को पूरी तरह से मैच से बाहर होने से बचा लिया। हालांकि, अन्य गेंदबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
भारतीय टीम के लिए आगे की चुनौती
ऑस्ट्रेलिया की पारी अभी खत्म नहीं हुई है, और उनके पास बड़ा स्कोर खड़ा करने का मौका है। भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव होगा कि वे पहली पारी में मजबूत प्रदर्शन करें। जडेजा के खराब प्रदर्शन के बावजूद रोहित शर्मा को अपनी कप्तानी और टीम सलेक्शन पर भरोसा दिखाना होगा।