नई दिल्लीः संभल की जामा मस्जिद (Sambhal Jama Masjid) में सर्वे के दौरान हिंसा (violence) हो गई, जिसमें सरकार संपत्ति को काफी नुकसान हुआ. हिंसा में 4 लोगों की मौत (Four death) हो गई, बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए. 20 पुलिस कर्मियों  (policeman injured) को भी चोटें लगीं. जिसके बाद हालात तनाव पूर्ण बने हुए हैं. उपद्रवियों के हौसले इतने बुलंद थे कि प्रशासनिक टीमों को निशाना बनाकर पत्थरबाजी की और सरकार विरोधी नारे लगाए.

जामा मस्जिद के पास जमा भीड़ को तितर-बितरन करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया. सोशल मीडिया पर किसी तरह का कोई दुष्प्रचार ना करें,  जिसके लिए इंटरनेट सर्विस को बंद कर दिया गया. जिलाधिकारी के निर्देश पर 12वीं तक के स्कूलों की छुट्टियां करने का फैसला लिया गया.

पुलिस ने हिंसा फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करते हुए 21 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. हिंसा में कुछ महिलाएं भी शामिल थी, जिनक खिलाफ सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं.

अब तक 21 लोग हिरासत में

मुरादाबाद रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक मुनीराज ने हिंसा को लेकर बड़ी जानकारी देते हुए बताया कि उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. अभी तक 21 को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है. उन्होंने बताया कि रविवार को हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी और 20 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. घायलों में चार पुलिस के सीनियर अधिकारी भी शामिल हैं.

उन्होंने हिंसा में 4 लोगों के मारे की जाने की भी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने अलग-अलग छापेमारी में अवैध हथियार और जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं. हालांकि रविवार सुबह की घटना के बाद कोई दूसरी घटना सामने नहीं आई है. हालात पर काबू पाने के लिए इंटरनेट सर्विस बंद होने के साथ मुरादाबाज रेंज के 30 थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है. एसपी और एसएसपी की गाड़ियां लगातार गश्त कर रही हैं.

संभल में अभी भी तनावपूर्ण हालात

संभल में अभी भी तनाव पूर्ण हालात बने हुए हैं. पुलिस चप्प-चप्पे पर पहरा दे रही है. जामा मस्जिद सर्वेक्षण के दौरान हिंसा फैलान में किन लोगों का हाथ है, उनकी पहचान की जा रही है. पुलिस को हिंसा में शामिल लोगों के कुछ फोटोज भी मिले है. आने जाने वाले लोगों पर भी पुलिस पैनी नजर बनाए हुए है.

दरअसल, स्थानीय कोर्ट ने एक याचिका पर जामा मस्जिद के अंदर सर्वे का आदेश दिया था. इसमें दावा किया गा था कि हरिदर मंदिर को तोड़कर जामा मस्जिद का निर्माण किया गया था. कोर्ट के आदेश पर जब टीम सर्वे करने पहुंची तो अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसके बाद हालात बदतर हो गए.