नई दिल्ली: पाकिस्तान की क्रिकेट टीम का साल 2024 में टी20 इंटरनेशनल प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। 26 मैचों में सिर्फ 9 जीत और 15 हार ने टीम की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। टी20 जैसे तेज़-तर्रार फॉर्मेट में पाकिस्तान की टीम लगातार पिछड़ रही है, और इसका सबसे बड़ा कारण उनके स्टार बल्लेबाज बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान का पावरप्ले में धीमा खेल है।

पावरप्ले में धीमी बल्लेबाजी बड़ी हार का मुख्य कारण

टी20 फॉर्मेट में पावरप्ले का अहम योगदान होता है। शुरुआती 6 ओवरों में तेज़ बल्लेबाजी से मैच का रुख तय होता है। लेकिन पाकिस्तान की ओपनिंग जोड़ी, बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान, इस डिपार्टमेंट में फिसड्डी साबित हो रहे हैं। दोनों बल्लेबाज पावरप्ले में बेहद धीमी गति से रन बनाते हैं, जिससे टीम पर दबाव बढ़ जाता है।

आंकड़ों पर नज़र डालें तो साल 2023 से अब तक बाबर आजम का स्ट्राइक रेट पावरप्ले में केवल 120.2 है। मोहम्मद रिजवान ने इस दौरान 123.8 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। आज की टी20 टीमें पावरप्ले का पूरा फायदा उठाने के लिए आक्रामक बल्लेबाजों पर भरोसा करती हैं। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, और भारत जैसी टीमों में ओपनिंग बल्लेबाज 10 गेंदों के अंदर मैच का रुख पलटने की क्षमता रखते हैं। लेकिन पाकिस्तान की ओपनिंग जोड़ी इस मामले में काफी पीछे है।

आईसीसी की टॉप-10 रैंकिंग टीमों के प्रदर्शन की तुलना में बाबर और रिजवान का स्ट्राइक रेट पावरप्ले में सबसे कम है। टॉप-5 बल्लेबाजों में बाबर और रिजवान ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका स्ट्राइक रेट 124 से कम है।

बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान का पावरप्ले रिकॉर्ड

बाबर आजम (2023-2024)
मैच: 26
रन: 333
स्ट्राइक रेट: 120.2
औसत: 20.81

मोहम्मद रिजवान (2023-2024)

मैच: 22
रन: 385
स्ट्राइक रेट: 123.8
औसत: 42.78

इन आंकड़ों से साफ है कि भले ही दोनों बल्लेबाज रन बना रहे हैं, लेकिन उनकी धीमी शुरुआत टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचने में बाधा बन रही है। हाल ही में पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए पहले टी20 मैच में यह समस्या और अधिक साफ हो गई। बाबर आजम शून्य पर आउट हुए, जबकि मोहम्मद रिजवान ने 74 रन की शानदार पारी खेली, लेकिन वह टीम को हार से नहीं बचा सके।