नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच शनिवार से ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर खेला जाएगा। सीरीज फिलहाल 1-1 की बराबरी पर है, और यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। जीतने वाली टीम सीरीज में बढ़त बना लेगी और मनोवैज्ञानिक बढ़त भी हासिल करेगी। इस बीच, ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने अपनी टीम के टॉप ऑर्डर को कड़ी चेतावनी दी है कि रन बनाने का दबाव सिर्फ उस्मान ख्वाजा पर नहीं बल्कि पूरे टॉप ऑर्डर पर है।

ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर पर बड़ा दबाव

ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाजों का प्रदर्शन शुरुआती दो मैचों में काफी निराशाजनक रहा है। उस्मान ख्वाजा ने दो मैचों में केवल 34 रन बनाए हैं, जबकि स्टीव स्मिथ का हाल और भी बुरा है। तीन पारियों में स्मिथ ने मात्र 19 रन बनाए हैं। मार्नस लाबुशेन ने हालांकि एडिलेड में 64 रन की पारी खेली और कुछ साझेदारियां भी कीं, लेकिन उनका प्रदर्शन भी अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहा।

डेविड वॉर्नर ने टीम के टॉप-6 बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेने की बात कही है। उन्होंने कहा, “टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजों को पर्याप्त आराम देने के लिए बल्लेबाजों का बड़ी पारियां खेलना बहुत जरूरी है। ब्रिसबेन में हमें टॉप ऑर्डर से बड़ी साझेदारियों और लंबे स्कोर की उम्मीद है।”

भारतीय बल्लेबाजों की फॉर्म पर सवाल

भारतीय टीम भी ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले बेहतर स्थिति में नहीं है। टीम के अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली, रोहित शर्मा, और ऋषभ पंत ने अब तक अपनी क्षमताओं के अनुसार प्रदर्शन नहीं किया है। पहले टेस्ट में विराट कोहली ने शतक जरूर लगाया था, लेकिन दूसरे टेस्ट में वह बुरी तरह फ्लॉप रहे। रोहित शर्मा ने दोनों मैचों में शुरुआत तो की, लेकिन उसे बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके। ऋषभ पंत ने भी अहम मौकों पर अपना विकेट गंवाया।

ब्रिसबेन टेस्ट में बड़े स्कोर की जरूरत

गाबा का मैदान तेज गेंदबाजों के लिए मददगार माना जाता है, लेकिन यहां बल्लेबाजों की तकनीक और धैर्य की भी कड़ी परीक्षा होती है। दोनों टीमों के लिए शीर्ष क्रम का योगदान बेहद अहम होने वाला है। डेविड वॉर्नर ने इस बारे में कहा, “ब्रिसबेन का विकेट तेज गेंदबाजों को मदद करता है, लेकिन अगर बल्लेबाज सेट हो जाएं, तो यहां बड़े स्कोर भी बनते हैं।”

पिच का मिजाज और मौसम का असर

ब्रिसबेन की पिच पर घास के कारण तेज गेंदबाजों को शुरू में स्विंग और उछाल मिलेगा। सुबह के सत्र में बल्लेबाजों को संभलकर खेलना होगा। मौसम विभाग ने हल्की बारिश की संभावना जताई है, जो मैच के नतीजे पर असर डाल सकती है।

ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी इकाई बनी ताकत

ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। खासकर गुलाबी गेंद के साथ स्टार्क ने अपनी क्षमता का पूरा प्रदर्शन किया। वॉर्नर ने उम्मीद जताई है कि ब्रिसबेन में उनके गेंदबाज एक बार फिर भारत के बल्लेबाजों पर दबाव बनाएंगे।

भारतीय गेंदबाजों की चुनौती

भारत के लिए मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह की जोड़ी अब तक प्रभावी रही है। स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी अहम विकेट लेकर अपना योगदान दिया है। ब्रिसबेन की तेज पिच पर भारतीय गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को जल्दी आउट करने की रणनीति पर काम करना होगा।

सीरीज में बढ़त के लिए होगी कांटे की टक्कर

ब्रिसबेन टेस्ट दोनों टीमों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। दोनों ही टीमें अपनी कमजोरियों से वाकिफ हैं और इसे सुधारने की कोशिश में हैं। भारतीय टीम को अपने अनुभवी बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जबकि ऑस्ट्रेलिया की नजरें अपने गेंदबाजों और टॉप ऑर्डर पर हैं।