Post Office: भारतीय डाकघर (Post Office) की कई बचत योजनाएं हैं, जिनमें निवेशकों को आकर्षक ब्याज दरें मिलती हैं। कुछ पोस्ट ऑफिस स्कीम्स की ब्याज दरें भारतीय स्टेट बैंक (SBI) जैसे बैंकों से अधिक होती हैं, जिससे यह निवेशकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनती हैं। आइए जानें ऐसी कुछ प्रमुख योजनाओं के बारे में, जिनमें SBI से अधिक ब्याज मिलता है:
1. पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS)
ब्याज दर: लगभग 7.4% प्रतिवर्ष (सरकार द्वारा समय-समय पर संशोधित की जाती है)
निवेशक हर महीने एक नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं, जो मासिक आधार पर दी जाती है।
इस स्कीम में न्यूनतम निवेश की सीमा ₹1,000 है और अधिकतम सीमा ₹9 लाख (संयुक्त खाता) तक होती है।
2. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)
ब्याज दर: लगभग 8% प्रतिवर्ष
यह योजना 60 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों के लिए होती है, और इसमें अन्य योजनाओं के मुकाबले उच्च ब्याज दर मिलती है।
अधिकतम निवेश सीमा ₹30 लाख है, और यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, खासकर बुजुर्गों के लिए।
3. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
ब्याज दर: 7.1% प्रतिवर्ष
PPF एक दीर्घकालिक निवेश योजना है, जो 15 साल की अवधि के लिए होती है। यह योजना कर लाभ के साथ-साथ अच्छा रिटर्न देती है।
इसमें न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष का निवेश किया जा सकता है।
4. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)
ब्याज दर: लगभग 7.7% प्रतिवर्ष (सरकार द्वारा संशोधित)
NSC एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, जो 5 साल की अवधि के लिए होता है और इसमें मिलने वाला ब्याज कंपाउंड होता है।
इसमें कोई अधिकतम निवेश सीमा नहीं है, लेकिन यह कर कटौती लाभ के लिए ₹1.5 लाख तक सीमित है।
5. किसान विकास पत्र (KVP)
ब्याज दर: लगभग 7.5% प्रतिवर्ष
इस योजना में निवेश की गई राशि लगभग 115 महीनों (लगभग 9 साल 7 महीने) में दोगुनी हो जाती है।
इसमें न्यूनतम ₹1,000 का निवेश किया जा सकता है और अधिकतम सीमा की कोई सीमा नहीं है।
महत्वपूर्ण बात: किसी भी स्कीम में निवेश करने से पहले उसकी ब्याज दर, लॉक-इन अवधि, और अन्य शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ें। पोस्ट ऑफिस की इन योजनाओं में SBI से अधिक ब्याज दरें मिलती हैं, जो निवेशकों के लिए लाभदायक हो सकती हैं।