EPFO Update: रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के सदस्य यह जान सकते हैं कि उन्हें कितनी पेंशन मिलेगी। इसके लिए EPFO ने एक फॉर्मूला तय किया है, जिससे आप अपनी पेंशन का अनुमान लगा सकते हैं। यह पेंशन राशि Employees’ Pension Scheme (EPS-95) के तहत दी जाती है।
पेंशन कैलकुलेट करने का फॉर्मूला
पेंशन = (पेंशन योग्य सैलरी × पेंशन योग्य सेवा) / 70
पेंशन योग्य सैलरी: आपकी अंतिम 5 साल की औसत सैलरी होती है, जो अधिकतम ₹15,000 प्रति माह मानी जाती है। इसका मतलब है कि चाहे आपकी सैलरी ₹15,000 से ज्यादा हो, पेंशन की गणना में अधिकतम ₹15,000 ही ली जाएगी।
पेंशन योग्य सेवा: आपकी EPFO के तहत सेवाओं का कुल वर्ष होता है। अगर आपने 20 साल से ज्यादा काम किया है, तो आपको 2 साल का अतिरिक्त लाभ मिलता है।
मान लीजिए:
आपकी पेंशन योग्य सैलरी ₹15,000 है।
पेंशन योग्य सेवा 25 साल है।
तो, पेंशन = (15,000 × 25) / 70 = ₹5,357 प्रति माह
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
पेंशन योग्य सैलरी अधिकतम ₹15,000 मानी जाती है, तो इससे ज्यादा वेतन वाले कर्मचारियों को पेंशन की गणना इसी सीमा तक होती है।
पेंशन तभी मिलती है जब आप 58 वर्ष की उम्र पूरी कर चुके हों।
10 साल से कम सेवा वालों को पेंशन नहीं मिलती, लेकिन आप 50 साल की उम्र के बाद भी रिड्यूस्ड पेंशन का विकल्प चुन सकते हैं।
इस फॉर्मूले से आप अपने रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन का अनुमान लगा सकते हैं और अपनी भविष्य की योजनाओं को बेहतर तरीके से बना सकते हैं।
याद रखें ये बात
याद रखें कि EPS का ये फॉर्मूला 15 नवंबर 1995 के बाद संगठित क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों पर लागू होगा. इससे पहले कर्मचारियों के लिए अलग नियम हैं. दूसरी तरफ, कर्मचारी संगठनों की ओर से लगातार मांग की जा रही है कि मौजूदा वेतन ढांचे और महंगाई दर को देखते हुए पेंशन के लिए औसत वेतन की अधिकतम सीमा बढ़ाई जानी चाहिए.
अगर EPS में कर्मचारी का योगदान 10 साल से कम है और वह भविष्य में काम करने का इरादा नहीं रखता है, तो ऐसी स्थिति में कर्मचारी EPFO की राशि के साथ-साथ EPS यानी पेंशन खाते में जमा राशि को कभी भी निकालकर फुल एंड फाइनल सेटलमेंट कर सकता है.