Wearing Rules Rules And Benefits: हिन्दू धर्म में ज्योतिष शास्त्र कि शाखा रत्न शास्त्र में प्रत्येक ग्रहों के लिए रत्नो और उपरत्नो के बारे में विस्तार से बताया गया है। इनमें से पन्ना एक बहुत ही ज्यादा कीमती और प्रभवी रत्नो में से एक है।

यदि बात करें पन्ना कि तो ये बुध गृह का रत्न है और तर्क, नौकरी, संवाद और व्यापार में बहुत ही ज्यादा कारक भी माना जाता है। वहीं, यदि ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक देखें तो बुध गृह कन्या और मिथुन राशि के जातकों का भी स्वामी गृह होता है।

जिस भी जातक के कुंडली में बुध गृह कमजोर है उसे पन्ने का रत्न जरूर धारण करना चाहिए। क्युंकि यदि बुध कमजोर होने पर व्यक्ति के मानसिक क्षमता, निर्णय लेने कि क्षमता के ऊपर सीधा प्रभाव देखने को मिलता है। उस व्यक्ति को नौकरी – चाकरी मिलने में भी दिक्क़तों का सामना करना पड़ता है।

ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि पन्ना रत्न किसे धारण करना चाहिए और किस व्यक्ति को नहीं। साथ ही ये भी जानें कि इस रत्न को धारण करने का तरीका क्या है?

इन लोगों को जरूर धारण करना चाहिए पन्ना

पन्ना रत्न स्पेशली बिजनेस मैन और व्यापारियों को जरूर धारण करना चाहिए। यदि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मानें तो वृषभ, कुम्भ, तुला, मकर, मिथुन राशि के जातकों को पन्ना रत्न अवश्य धारण करना चाहिए। पर याद रखें कि वृश्चिक राशि के जातकों को पन्ना रत्न भूल कर भी धारण नहीं करना चाहिए।

पन्ना रत्न को धारण करने कि ये है विधि

पन्ना रत्न धारण करना शुभ होता है लेकिन बुधवार के खास दिन इसे पहनें। इस रत्न को रेवती नक्षत्र में धारण करना अत्यन्त शुभ माना गया है। वैसे पन्ना को सोने में जड़वाकर सबसे छोटी ऊँगली में पहनें। सोने में नहीं पहन पा रहे हैँ तो चांदी में धारण करके भी कैरी कर सकते हैँ। इस रत्न को धारण करने से पहले गंगा ज़ल कि कुछ बूंदो से इसे पवित्र करें फिर पहने।

पन्ना पहनने के शुभ फायदे

पन्ना पहनने के फायदे कि बात करें तो ये दिमाग़ को तेज रखने ने मदद करता है। साथ ही त्वचा से जुड़ी सभी समस्याओं को भी ये जड़ से खत्म कर देता है। इसके अलावा जीवन शैली को भी पॉजिटिव बनाता है।