नई दिल्ली: भारत और न्यूजीलैंड के बीच चल रहे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया। कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम महज 46 रनों पर ऑलआउट हो गई। बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन और न्यूजीलैंड के गेंदबाजों की बेहतरीन गेंदबाजी ने भारतीय टीम को परेशानी में डाल दिया। रोहित शर्मा का गुस्सा फील्डिंग के दौरान भी नजर आया, जब उन्होंने अपने साथी खिलाड़ी को जमकर फटकार लगाई।

न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के सामने बिखर गई टीम इंडिया की बल्लेबाजी

बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजी की बेहद खराब हालत रही। कप्तान रोहित शर्मा के टॉस जीतने और पहले बल्लेबाजी का फैसला लेने के बावजूद पूरी टीम सिर्फ 46 रनों पर सिमट गई। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने शुरुआती ओवर से ही भारतीय बल्लेबाजों को कड़ी चुनौती दी। न्यूजीलैंड के गेंदबाज मैट हेनरी ने भारतीय बल्लेबाजों पर कहर बरपाते हुए 5 विकेट चटकाए। भारतीय टीम का कोई भी बल्लेबाज कीवी गेंदबाजी का सामना नहीं कर सका।

रोहित शर्मा ने फील्डिंग के दौरान इस खिलाड़ी की क्लास लगाई

जब न्यूजीलैंड की टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी, तो कप्तान रोहित शर्मा अपने साथी खिलाड़ी से बेहद नाराज दिखे। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज टॉम लेथम और ड्वोन कॉन्वे ने जब तेजी से रन बनाना शुरू किया, तो रोहित ने अपने फील्डर को जोरदार फटकार लगाई। हालांकि, उनकी आवाज मैदान में हो रहे शोर के कारण सुनाई नहीं दी, लेकिन उनका गुस्सा साफ नजर आ रहा था। यह रोहित की कप्तानी का वह अंदाज है, जो दबाव में अक्सर देखने को मिलता है।

मैच में भारतीय टीम बैकफुट पर

न्यूजीलैंड की टीम ने पहली पारी में शानदार प्रदर्शन किया और भारतीय टीम पर दबाव बढ़ा दिया। ड्वोन कॉन्वे ने 91 रनों की पारी खेलकर टीम को एक मजबूत स्थिति में पहुंचाया। हालांकि, वे शतक से चूक गए, लेकिन उनकी पारी ने टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया।

दूसरी पारी में टीम इंडिया से वापसी की उम्मीद

टीम इंडिया के लिए अब मैच बचाना आसान नहीं होगा। हालांकि, अगर भारतीय बल्लेबाज दूसरी पारी में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो वे न्यूजीलैंड के सामने एक चुनौती पेश कर सकते हैं। अब सभी की नजरें इस पर होंगी कि रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया किस तरह से वापसी करती है।

इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम को कई महत्वपूर्ण सबक मिले हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि अगली पारी में बल्लेबाज अपनी गलतियों से सीखेंगे और टीम को मुश्किल स्थिति से बाहर निकालेंगे।