Weather Alert: भारत के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज तेजी से रंग बदलता जा रहा है, जिससे कुछ इलाकों में तेज बारिश तो कहीं तापमान गिरने से सर्दी का सिलसिला शुरू हो गया है. दिल्ली से लेकर पहाड़ी हिस्सों में भी तापमान का स्तर गिरने से सर्दी का एहसास होने लगा है. पूर्वोत्तर राज्यों में बिजली की चमक के साथ बारिश होने से जगह-जगह जलजमाव हो गया, जहां राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

इसके अलावा दक्षिण भारत के कई इलाकों में तेज बारिश देखने को मिल रही है. इतना ही नहीं बादलों की गरज अभी भी जारी है. पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड के कई इलाकों में बादलों की आवाजाही का दौर दिनभर जारी रहा. इस बीच भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) के अनुसार, देश के कई इलाकों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी कर दी है.

कई हिस्सों में तेज बारिश होने की चेतावनी

आईएमडी के अनुसार, राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है. मौसम विभाग की मानें तो अगले 12 घंटे में तेज बारिश होने की संभावना जताई है. वहीं, अक्टूबर को तमिलनाडु में भारी बारिश होने की संभावना जताई है. रायलसीमा, कर्नाटक और केरल में तेज बारिश का दौर जारी रह सकता है.

इसके अलावा तटीय आंध्र प्रदेश, कोकण, गोवा व मध्य महाराष्ट्र में झमाझ बारिश होने की संभावना जताई गई है. यहां बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया है. अगले 24 घंटे में तमिलनाडु, केरल, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है. वहीं, तटीय आंध्र प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश देखने को मिल सकती है.

तेलंगाना और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर तेज बारिश की संभावना जताई गई है. मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिणी गुजरात और दक्षिणी मध्य प्रदेश में तेज बारिश हो सकती है. पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में तेज बारिश हो सकती है. लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश की चेतावनी दी गई है.

दक्षिण पश्चिमी मानसून वापस

आईएमडी के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून 16 अक्टूबर को पूरे देश से वापस होने की उम्मीद जताई गई है. ओमान तट पर दबाव एक स्पष्ट रूप से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है. दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग पर स्पष्ट निम्न दबाव एक अवसाद के रूप में तीव्र होने की उम्मीद है. वहीं, पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में उत्तर तमिलनाडु और निकटवर्ती दक्षिण आंध्र प्रदेश तट की तरफ बढ़ने की संभावना जताई गई है.