नई दिल्लीः केंद्रीय कर्मचारियों (Central Employee) की अब लॉटरी लगने वाली है, क्योंकि सरकार चौंकाने वाला फैसला ले सकती है. मोदी सरकार (Modi Government( की ओर से जल्द ही 8वें वेतन आयोग के गठन पर तगड़ा फैसला लिया जा सकता है, जो किसी बड़े तोहफे की तरह होगा. उम्मीद है कि सरकार यह फैसला नए साल तक ले सकती है. अगर ऐसा हुआ तो फिर फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) में भी बढ़ोतरी होगी, जिससे सैलरी चीते की तरह छलांग लगाती नजर आएगी, जो किसी सुनहरे अवसर की तरह होगी.
हालांकि, सरकार की तरफ से अभी आधिकारिक रूप से किसी ने कुछ नहीं कहा है. समाचारों में फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) और 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के गठन का दावा किया जा रहा है. कर्मचारियों की सैलरी में कितना इजाफा होगा, यह कैलकुलेशन आराम से नीचे समझ सकते हैं. इससे आपका सब कंफ्यूजन आराम से खत्म हो जाएगा.
सैलरी और पेंशन में होगी बंपर बढ़ोतरी
पे कमीशन के लिए सबसे महत्वपूर्ण कड़ी फिटमेंट फैक्टर होता है. फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) बढ़ते ही सैलरी में इजाफा होता है. सरकार ने जब 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) को लागू किया था, तभी 1.57 फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) निर्धारित किया था. इसके बाद कर्चमारी की पेंशन और सैलरी में बंपर इजाफा देखने को मिला था. कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 7 हजार से सीधे 18 हजार रुपये कर दी गई थी.
अब कर्मचारी संगठन 2.86 फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) की डिमांड कर रहे हैं. सरकार ने उनकी मांग पर मुहर लगाई तो फिर सैलरी में तगड़ी बढ़ोतरी होगी. इस हिसाब से कर्मचारियों की बेसिक सैलरी बढ़कर 18000 रुपये से 51480 रुपये हो सकती है. सैलरी में करीब 186 फीसदी की बढ़ोतरी होगी. करीब 33,480 रुपये तक सैलरी बढ़ सकती है, जो महंगाई में किसी बूस्टर डोज की तरह होगी.
जानिए कब तक हो सकती घोषणा?
7वां वेतन आयोग (7th Pay Commission) 1 जनवरी 2016 को लागू किया गया था. इसे लागू हुए 1 जनवरी 2026 को पूरे दस वर्ष का समय हो रहा है. मनमोहन सिंह सरकार ने फरवरी 2014 में 7वें वेतन आयोग ने गठन किया था. दो साल बाद 1 जनवरी 2016 को मोदी गवर्नमेंट ने इसे लागू कर दिया था, जो किसी बड़े तोहफे की तरह साबित हुई.
सरकार प्रति दस साल में नया वेतन आयोग लागू करती रही है. यह सैलरी के लिए किसी बूस्टर डोज की तरह होता है. केंद्र सरकार ने अभी 8वें वेतन आयोग के गठन पर तो कुछ नहीं कहा है. मीडिया रिपोर्ट्स में इस तरह का दावा किया जा रहा है.