PNB Update: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने सेविंग अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस बनाए रखने के नियम में बदलाव किया है, जो 1 अक्टूबर 2024 से लागू हो चुका है। यह नियम सभी ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यदि आप नया नियम नहीं मानते हैं तो आपको अतिरिक्त शुल्क का सामना करना पड़ सकता है।
नया नियम क्या कहता है?
1. मिनिमम बैलेंस की सीमा:
शहरी क्षेत्र (Urban Areas): खाताधारकों को ₹10,000 का न्यूनतम बैलेंस रखना अनिवार्य है।
अर्ध-शहरी क्षेत्र (Semi-Urban Areas): ₹5,000 का न्यूनतम बैलेंस रखना होगा।
ग्रामीण क्षेत्र (Rural Areas): ₹2,000 का न्यूनतम बैलेंस अनिवार्य है।
2. पेनल्टी शुल्क:
यदि खाता धारक इस निर्धारित मिनिमम बैलेंस को बनाए रखने में असफल रहता है, तो निम्न शुल्क लगाया जाएगा:
शहरी क्षेत्र: ₹300 प्रतिमाह।
अर्ध-शहरी क्षेत्र: ₹200 प्रतिमाह।
ग्रामीण क्षेत्र: ₹100 प्रतिमाह।
3. छूट:
सीनियर सिटीजन, छात्रों, और जनधन खाताधारकों को इस नियम से छूट दी गई है।
सरकारी स्कीम से जुड़े खातों पर भी यह नियम लागू नहीं होगा।
आपको क्या करना चाहिए?
अपने खाते में निर्धारित राशि बनाए रखें।
PNB द्वारा समय-समय पर भेजे गए संदेशों और सूचनाओं पर ध्यान दें।
बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी ब्रांच में जाकर अधिक जानकारी प्राप्त करें।
यह बदलाव बैंक के ऑपरेशंस को सुव्यवस्थित करने और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए किया गया है।
पंजाब नेशनल बैंक के नए मिनिमम बैलेंस नियम से जुड़े कुछ और अहम बिंदु हैं, जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए:
नियम का उद्देश्य
बैंक का ऑपरेशनल खर्च कवर करना: बैंक सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने और संचालन का खर्च कवर करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
डिजिटल सेवाओं को बढ़ावा: PNB अधिक डिजिटल और ऑनलाइन सेवाएं प्रदान कर रहा है, जिसके लिए ग्राहकों को खाता सक्रिय रखना होगा
नए नियम से जुड़े अतिरिक्त विवरण
1. सर्विस चार्ज बढ़ोतरी:
यदि खाता निष्क्रिय (Dormant) हो जाता है, तो इसे फिर से सक्रिय कराने के लिए शुल्क लिया जा सकता है।
चेक बाउंस, ATM कार्ड शुल्क, और अन्य सेवाओं पर भी चार्ज में बदलाव संभव है।
2. कैसे करें मिनिमम बैलेंस चेक?
आप PNB ONE ऐप या नेट बैंकिंग के जरिए अपने खाते का बैलेंस आसानी से चेक कर सकते हैं।
SMS बैंकिंग: “BAL<Account Number>” टाइप कर 5607040 पर भेजें।
ATM से भी बैलेंस चेक किया जा सकता है।
3. ग्राहकों के लिए सुझाव:
ऑटो-डेबिट अलर्ट्स सेट करें: ताकि बैलेंस कम होने पर आपको तुरंत जानकारी मिले।
FD या RD लिंक करें: इससे मिनिमम बैलेंस में कमी की समस्या नहीं होगी और ब्याज भी मिलेगा।