Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में जिंदगी सही ढंग से जीने के लिए कई सारी बातें बताई गई हैँ। इन्हें जो व्यक्ति अपने जीवन में अपनाते हैँ उन्हें पूरी उम्र किसी तरह कि कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। बातें तो बताई ही गई हैँ साथ ही साथ कई तरह के नियम और कानून भी बताए गए हैँ।
वहीं, यदि इनके अनुसार कोई व्यक्ति नहीं चलता है तो आय दिन उसके जीवन में कोई न कोई समस्या आने ही लग जाती है। इसलिए घर में कुछ न कुछ खरीदने से पहले वास्तु नियमों को ध्यान में रखना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। ऐसे में आज हम बात करेंगे कि घर में भगवान कि मूर्ति के बारे में कि किस तरह से रखा जाए ताकि व्यक्ति का घर फले फूले।
न रखें पूजा घर में दो से अधिक मूर्तियां
पूजा घर में कभी भी भी गणेश भगवान जी कि और माँ लक्ष्मी जी कि दो से ज्यादा मूर्तियां नहीं होनी चाहिए। वरना ये बिलकुल भी फालदायी नहीं होता है। हाँ अगर अगर मूर्तियां अलग अलग कमरों में रखी हैँ तब किसी प्रकार कि कोई समस्या नहीं है।
भगवान के रौद्र रूप को न रखें
भगवान कि ऐसी मूर्ति कि ही स्थापना करें, जो दिखने में बहुत ही ज्यादा सुन्दर और ख़ूबसूरत सी है जिसमें भगवान क्रोधित नहीं बल्कि खुश नजर आ रहे हों। क्युंकि ऐसी मूर्तियों को घर के भीतर रखने से पॉजिटिविटी आती है। साथ ही साथ हर तरह कि नेगेटिविटी घर से दूर हो जाती है। इसलिए हमेशा सौम्य तस्वीरों को ही रखें।
भगवान कि पीठ दिखना नहीं होता है शुभ
घर के मंदिर में या किसी अन्य जगहों में भगवान कि मूर्तियों को नहीं रखना चाहिए। जिससे कि भगवान के पीछे का भाग दिखे। मूर्ति सदैव सामने से ही दिखनी चाहिए। क्युंकि भगवान के मूर्ति कि पीठ दिखना बिलकुल भी अच्छा और शुभ नहीं माना जाता है।
खंडित मूर्ति को पूजा घर में न रखें
कभी भी खंडित मूर्तियों को पूजा घर में नहीं रखना चाहिए। क्युंकि इन्हें घर में रखने से नेगेटिविटी आ सकती है। साथ ही व्यक्ति के जीवन से ख़ुशी छिन भी सकती है।