Post Office: पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) एक लोकप्रिय बचत योजना है, जो विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष और उससे अधिक) के लिए डिज़ाइन की गई है। यह योजना सुरक्षित निवेश के साथ-साथ नियमित आय प्रदान करती है।
मुख्य विशेषताएं:
1. योग्यता:
60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के भारतीय नागरिक।
वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) के तहत रिटायर हुए व्यक्ति 55-60 वर्ष की आयु में भी निवेश कर सकते हैं।
2. निवेश सीमा:
न्यूनतम: ₹1,000।
अधिकतम: ₹30 लाख।
3. कार्यकाल:
5 साल (आवश्यकता होने पर इसे 3 साल और बढ़ाया जा सकता है)।
4. ब्याज दर:
8.2% प्रति वर्ष (2024 की मौजूदा दर)।
ब्याज तिमाही आधार पर जमा होता है।
5. कर लाभ:
धारा 80C के तहत टैक्स छूट।
₹50,000 से अधिक ब्याज पर TDS लागू होगा।
फायदे:
सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न।
नियमित आय का स्रोत।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन।
जरूरी दस्तावेज़:
1. पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड)।
2. उम्र प्रमाण पत्र।
3. पासपोर्ट साइज फोटो।
4. पोस्ट ऑफिस में बचत खाता।
खाता खोलने की प्रक्रिया:
1. पास के किसी भी पोस्ट ऑफिस में जाएं।
2. SCSS आवेदन पत्र भरें।
3. आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
4. चेक या नकद के माध्यम से निवेश राशि जमा करें।
महत्वपूर्ण नोट्स:
मैच्योरिटी के बाद धनराशि निकाली जा सकती है।
समय से पहले निकासी पर जुर्माना लगेगा।
यह योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और लाभदायक विकल्प है।
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) भारत सरकार द्वारा संचालित एक सुरक्षित और लाभदायक बचत योजना है। इसे विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यहां इस योजना की पूरी जानकारी दी गई है:
मुख्य वशेषताएं:
1. योग्यता (Eligibility):
60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी भारतीय नागरिक।
55 से 60 वर्ष के वे व्यक्ति भी निवेश कर सकते हैं, जिन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ली हो, बशर्ते निवेश रिटायरमेंट के 1 महीने के भीतर किया जाए।
सेवानिवृत्त रक्षा कर्मी (अधिकतम आयु सीमा के बिना) भी इस योजना में निवेश कर सकते हैं।
2. निवेश सीमा:
न्यूनतम: ₹1,000।
अधिकतम: ₹30 लाख (वर्तमान नियम)।
निवेश एकमुश्त (लंपसम) किया जाता है।
3. कार्यकाल (Duration):
योजना की अवधि 5 वर्ष है।
इसे 5 साल की अवधि पूरी होने के बाद 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
विस्तार के लिए खाता धारक को परिपक्वता (मैच्योरिटी) के 1 वर्ष के भीतर आवेदन करना होगा।
4. ब्याज दर (Interest Rate):
मौजूदा ब्याज दर: 8.2% (जनवरी से मार्च 2024 तिमाही के लिए)।
ब्याज की गणना तिमाही आधार पर की जाती है।
तिमाही समाप्त होने पर ब्याज राशि खाते में क्रेडिट की जाती है।
ब्याज राशि का उपयोग मासिक आय के रूप में किया जा सकता है।
5. कर लाभ (Tax Benefits):
निवेश पर धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।
अगर वार्षिक ब्याज ₹50,000 से अधिक हो, तो TDS (Tax Deducted at Source) लागू होता है।
6. समय से पहले निकासी (Premature Withdrawal):
कार्यकाल पूरा होने से पहले निकासी पर जुर्माना लगाया जाता है:
1 साल से पहले निकासी: राशि वापस नहीं ली जा सकती।
1 से 2 साल के बीच निकासी: निवेश राशि का 1.5% जुर्माना।
2 साल के बाद निकासी: निवेश राशि का 1% जुर्माना।