Bank Update: बैंक में कैश जमा करते समय कई महत्वपूर्ण नियम हैं, जिन्हें जानना बेहद जरूरी है, वरना आपको टैक्स की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप बैंक में एक निश्चित सीमा से अधिक कैश जमा करते हैं, तो आपको टैक्स के मामले में कठिनाई हो सकती है। यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें दी जा रही हैं, जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए:

1. ₹2 लाख से अधिक जमा पर रिपोर्टिंग:

अगर आप एक वित्तीय वर्ष में किसी भी एक बैंक खाते में ₹2 लाख या उससे अधिक की राशि जमा करते हैं, तो बैंक को Income Tax Department को रिपोर्ट करना होता है।

इसे Currency Transaction Report (CTR) कहा जाता है। इसका मतलब यह है कि बैंक आपके जमा के बारे में टैक्स विभाग को सूचना भेजेगा।

2. ₹50,000 से अधिक की राशि जमा करने पर TDS:

यदि आप एक वित्तीय वर्ष में ₹50,000 या उससे अधिक राशि सिंगल ट्रांजैक्शन में जमा करते हैं, तो बैंक Tax Deducted at Source (TDS) काट सकता है। इस पर 10% का TDS काटा जा सकता है, और आपको Income Tax Return (ITR) दाखिल करनी होगी।

हालांकि, यदि आप यह प्रमाणित कर सकते हैं कि यह आपके कंपल्सरी आय (regular income) के हिस्से के रूप में नहीं है, तो TDS की रकम वापस मिल सकती है।

3. नोटबंदी के समय जमा किए गए पैसे:

यदि आपने नोटबंदी (2016) के बाद पुराने नोटों में बड़ी राशि जमा की थी, तो बैंक द्वारा उन पैसों का स्रोत (source) पूछा जा सकता है। यदि आपको सही स्पष्टीकरण नहीं दे पाते हैं, तो आपको फाइन या टैक्स का सामना करना पड़ सकता है।

4. गैर-घोषित आय का मामला:

अगर बैंक को यह लगता है कि आप अपनी आय छिपा रहे हैं, तो वह आपके जमा के बारे में tax evasion का मामला उठा सकते हैं। इससे जुड़ी जांच के बाद आपको अतिरिक्त टैक्स और दंड भी लग सकता है।

5. PAN Card जरूरी है:

₹50,000 या उससे अधिक के कैश जमा के लिए PAN Card जरूरी होता है। यदि आपके पास PAN कार्ड नहीं है, तो आपको फॉर्म 60 भरकर जमा करना होगा।

PAN Card की जानकारी देने पर आपके सभी वित्तीय लेन-देन का रिकॉर्ड साफ-साफ रहेगा और आपको टैक्स संबंधी समस्याओं से बचने में मदद मिलेगी।

6. बैंक की जांच और सत्यापन:

यदि आप कैश जमा करते हैं और वह बड़ी राशि होती है, तो बैंक आपके जमा का स्रोत और कानूनी स्थिति जांच सकता है। यदि बैंक को कोई भी असामान्य ट्रांजैक्शन लगता है, तो वह टैक्स विभाग को इसकी सूचना दे सकता है।

निष्कर्ष:

कैश जमा करते वक्त इन नियमों का पालन न करना आपको टैक्स भरते-भरते परेशान कर सकता है। इसलिए, राशि जमा करने से पहले इनकम टैक्स नियमों और कैश ट्रांजैक्शन से जुड़ी रिपोर्टिंग की प्रक्रिया को समझना बेहद जरूरी है। सही जानकारी के साथ आप अपनी कैश जमा की प्रक्रिया को आसान और परेशानी से मुक्त बना सकते हैं।