नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करते हुए जसप्रीत बुमराह ने भारतीय क्रिकेट का गौरव बढ़ाया। टीम इंडिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की है। अब एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच में भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इतिहास रचने की कगार पर हैं। बुमराह इस कैलेंडर वर्ष में 50 टेस्ट विकेट पूरे करने से सिर्फ एक कदम दूर हैं। यह उपलब्धि उन्हें दुनिया के सबसे बड़े गेंदबाजों की सूची में शामिल कर देगी।

पर्थ टेस्ट में बुमराह का जलवा

पर्थ टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह ने भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में टीम की कमान संभालते हुए उन्होंने गेंदबाजी का शानदार प्रदर्शन किया।

पहली पारीमें बुमराह ने 5 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया। वही दूसरी पारी में 3 विकेट लेकर विपक्षी टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इस मैच में बुमराह की यॉर्कर और सटीक गेंदबाजी ने यह साबित कर दिया कि वह दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक हैं।

जसप्रीत बुमराह ने 2024 में अब तक 49 टेस्ट विकेट लिए हैं और एक और विकेट लेने के साथ ही वह 50 विकेट पूरे कर लेंगे। यह उपलब्धि उन्हें टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक कैलेंडर वर्ष में 50 विकेट लेने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज बनाएगी।

एडिलेड में होने वाला दूसरा टेस्ट मैच गुलाबी गेंद से खेला जाएगा। 2020 में गुलाबी गेंद के टेस्ट मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार टीम इंडिया जसप्रीत बुमराह जैसे घातक गेंदबाज के साथ बदला लेने के लिए तैयार है।

गुलाबी गेंद के साथ बुमराह का प्रदर्शन हमेशा प्रभावशाली रहा है। उनकी स्विंग और यॉर्कर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी का खासियत उनकी अनोखी शैली और लगातार लाइन-लेंथ पर फोकस करना है। वह टेस्ट, वनडे और टी20, हर फॉर्मेट में अपनी काबिलियत साबित कर चुके हैं।

जसप्रीत बुमराह का करियर भारतीय क्रिकेट की अमूल्य धरोहर है। उनकी गेंदबाजी का हर स्पैल टीम को जीत के करीब ले जाता है। अब एडिलेड टेस्ट में सभी की निगाहें उन पर टिकी होंगी, जहां वह 50 विकेट के ऐतिहासिक माइलस्टोन को छू सकते हैं।