Gem And Stone Rings: अगर बात करें रत्न शास्त्र कि तो प्रत्येक राशि के लिए कोई न कोई शुभ ग्रह बताए गए हैँ। इन रत्न के धारण करने से व्यक्ति कि कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव कम हो जाता है। वैसे तो हर राशि के लिए प्रत्येक रत्न के बारे में बताया गया है। वहीं, ये भी कहा जाता है कि कुछ रत्न ऐसे हैँ जो व्यक्ति को घर बैठे बैठे धनवान बना सकते हैँ। पर अगर इन रत्नो को गलत तरीकों से धारण कर लिया जाता है तो ये किसी व्यक्ति को कंगाल बनाने ने भी देरी नहीं करते हैँ।

ऐसे में जानते हैँ इन रत्नो के बारे में जिन्हें भूल कर भी गलत तरीकों से धारण नहीं करना चाहिए:

मोती

मोती आमतौर में फैशन ज्वेलेरी के रूप में आज कल कोई भी धारण कर लेता है। लेकिन क्या आपको पता है कि मोती के साथ कभी भी गोमद और लहसुनिया रत्न को नहीं पहनना चाहिए। वहीं, अगर गोमद और लहसुनिया कि अंगूठी पहले से ही पहन रखी है तो मोती को इसलिए धारण करना चाहिए क्युंकि उनमें राहु और केतु का रत्न बताया गया है। वहीं, मोती को चन्द्रमा का रत्न बताया गया है। ऐसे में माना जाता है कि अगर इन्हें साथ में पहना जाए तो ग्रह दोष का करण बनते हैँ।

नव ग्रह रिंग

यदि ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मानें तो नवग्रह कि अंगूठी जैसे ताम्बा, चांदी, पीतल, लोहा, कांस आदि को मिला कर तैयार कि जाती है। ऐसे में जिस भी व्यक्ति ने इस अंगूठी को धारण किया है उसे भूल कर भी मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।

हीरा रत्न

हीरे के रत्न को शुक्र ग्रह से जुड़ा हुआ बताया गया है। वहीं, खास बात ये है कि हीरे का रत्न प्रेम का प्रतीक और सौभाग्य का प्रतीक होता है। इन सब के बावजूद यदि ज्योतिष के अनुसार मानें तो नव विवाहित जोड़े के शादी से पहले या शादी के बाद हीरे को नहीं धारण करना चाहिए। वरना कहा जाता है कि हीरा संतान के पैदा होने पर बड़ी बड़ी समस्यायों को उत्पन्न कर सकता है। इसकिये शादी के एक साल के पश्चात के बाद ही हीरे कि अंगूठी को धारण करना चाहिए।