नई दिल्लीः पेपर लीक के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे प्रतियोगी छात्रों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. आयोग अब परीक्षाओं को ऑनलाइन कराने का प्लान बना रहा है, जिससे पेपर लीक जैसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके. प्रतियोगी परीक्षाओं को ऑनलाइन मोड पर कराए जाने की तैयारी तेजी से चल रही है.
इसी कड़ी में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने बी ऑनलाइन परीक्षा कराने की तैयारियां तेजी से शुरू कर दी है. इससे पहले इस पूरी प्रक्रिया का परीक्षण तेजी से चल रहा है. नवंबर के आखिरी सप्ताह में यह परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा. इसकी तैयारी बोर्ड ने कर ली है. बोर्ड की तरफ से लगभग 500 अभ्यर्थियों को इस परीक्षण के लिए चिह्नित किया गया है. इनका टैबलेट पर मॉक टेस्ट लिया जाना है. इस परीक्षा में बाकायदा भर्ती परीक्षा की तरह पूरी प्रक्रिया अपनाने का काम किया जाएगा.
हैकर्स करेंगे लीक की कोशिश!
इस परीक्षा के दौरान हैकर्स भी बुलाया गया है. हैटकर्स टेस्ट के दौरान पूरे सिस्टम को हैक करने की कोशिश करते दिखाई देंगे. दूसरी तरफ से विशेषज्ञ देखेंगे कि परीक्षआ के दौरान सिस्टम हैक ना हो जाए. यह पूरी प्रक्रिया कानपुर आइआईटी और एमएनआइटी जयपुरकी मॉनिटिरिंग पें पूरी की जानी संभव होगी.
इसके साथ ही परीक्षा को सफलता मिलने के बाद राज्यभर में टैबलेट के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाएं कराने पर मुहर लगाई जानी तय मानी जा रही है. टेंडर के जरिए बड़ी संख्या में बोर्ड की तरफ से टैबलेट भी खरीदे जाएंगे. बोर्ड का मकसद किसी तरह परीक्षाओं को पारदर्शिता से कराना माना जा रहा है.
खरीदे जाएंगे टैबलेट
अब बोर्ड की तरफ से तैयारी चल रही है कि जल्द ही एक लाख अभ्यर्थियों तक की परीक्षा के लिए टैबलेट खरीदे जाएंगे. बोर्ड टेंडर प्रक्रिया के जरिए टैबलेट की खरीद करने का काम कर सकेगा. बड़ी भर्ती परीक्षाओं में यह प्रयोग काम नहीं आने वाला है. इसके साथ ही बोर्ड की कुछ ऐसी भर्तियां होने वाली हैं, जिसमें 15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों की तरफ से आवेदन किया जाता है.
बोर्ड की तरफ से अगले दिनों में पशु परिचर भर्ती आयोजित कराई जाएगी. इस भर्ती में करीब 17 लाख अभ्यर्थी हिस्सा ले सकेंगे. इसके अलावा सीईटी, पटवार, शिक्षक भर्ती परीक्षाओं में भी 15 लाख से ज्यादा उम्मीदवार शामिल होने की संभावना है.