Retirement Fund:अगर आप प्राइवेट जॉब में हैं और आपका पैसा प्रोविडेंट फंड (PF) में कटता है तो आप न सिर्फ कुछ पेंशन पा सकते हैं बल्कि रिटायरमेंट के बाद भी अच्छी खासी रकम पा सकते हैं। यह रकम आपकी बेसिक सैलरी पर निर्भर करेगी। इसके अलावा कर्मचारी प्रोविडेंट फंड (EPF) प्राइवेट कर्मचारियों को रिटायरमेंट स्कीम मुहैया कराता है।
अगर आप प्राइवेट नौकरी करते हैं और आपका पैसा प्रोविडेंट फंड (PF) में कटता है, तो यह न केवल आपकी बचत में मदद करता है बल्कि रिटायरमेंट के बाद एक बड़ा फंड भी प्रदान करता है। कर्मचारी प्रोविडेंट फंड (EPF) मुख्य रूप से रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसके तहत आपको निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:
1. रिटायरमेंट फंड:
EPF खाते में हर महीने आपकी और आपके नियोक्ता की तरफ से 12% का योगदान होता है। यह राशि रिटायरमेंट के समय बड़ी रकम बन जाती है, जिससे आप अपनी वित्तीय आवश्यकताएं पूरी कर सकते हैं।
2. पेंशन का लाभ:
EPF के साथ-साथ कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) का लाभ भी मिलता है। EPS के तहत आपके नियोक्ता के योगदान का 8.33% हिस्सा पेंशन फंड में जमा होता है। रिटायरमेंट के बाद आप एक नियमित पेंशन पा सकते हैं, जो आपकी सेवा अवधि और बेसिक सैलरी पर निर्भर करती है।
3. टैक्स में छूट:
EPF में योगदान पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर छूट मिलती है। साथ ही, 5 साल की निरंतर सेवा के बाद निकाली गई राशि कर मुक्त होती है।
4. इमरजेंसी में फंड का इस्तेमाल:
आप स्वास्थ्य, शिक्षा, घर की खरीद, या शादी जैसे कारणों के लिए PF खाते से आंशिक निकासी कर सकते हैं।
5. ब्याज दर:
EPF खाते पर सरकार हर साल एक निश्चित ब्याज दर प्रदान करती है, जो आपकी बचत को बढ़ाने में मदद करती है। फिलहाल, EPF पर ब्या दर 8.15% है (वित्त वर्ष 2023 24 के लिए)।
महत्वपूर्ण बातें:
रिटायरमेंट के बाद आपको एकमुश्त राशि मिलती है जो आपकी बेसिक सैलरी और योगदान पर निर्भर करती है।
पेंशन का लाभ केवल तब मिलेगा जब आपने कम से कम 10 साल तक EPS में योगदान दिया हो।
EPFO द्वारा दी जाने वाली ऑनलाइन सेवाओं, जैसे पासबुक चेक करना और क्लेम करना, का उपयोग कर सकते हैं।
अगर आप इस योजना की और जानकारी चाहते हैं या इसकी प्रक्रिया समझना चाहते हैं, तो बताइए!