Financial Planning: शादी के बाद वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए सही समय पर योजना बनाना बहुत जरूरी है। यहाँ पाँच जरूरी वित्तीय कदम बताए जा रहे हैं, जिन्हें शादी के तुरंत बाद अपनाने से आप पैसे को सही दिशा में उपयोग कर सकेंगे:

1. साझा बजट बनाएं: शादी के बाद दोनों पार्टनर्स को मिलकर एक बजट बनाना चाहिए। इसमें मासिक आय, खर्चे, और बचत के लक्ष्य तय करें। साथ मिलकर बजट पर काम करने से आप दोनों को पता होगा कि पैसा कहाँ खर्च हो रहा है और कितना बचाया जा सकता है।

2. आपातकालीन फंड बनाएं: शादी के बाद जिम्मेदारियाँ बढ़ जाती हैं, इसलिए एक आपातकालीन फंड बनाना बहुत जरूरी है। यह फंड अचानक आए मेडिकल इमरजेंसी या अन्य अप्रत्याशित खर्चों के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगा। सामान्यतः 6-12 महीने के खर्चों के बराबर राशि आपातकालीन फंड में रखें।

3. बीमा कवरेज पर विचार करें: शादी के बाद जीवन और स्वास्थ्य बीमा पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। दोनों पार्टनर्स के लिए पर्याप्त हेल्थ इंश्योरेंस लें और टर्म इंश्योरेंस प्लान भी चुनें, जिससे किसी अप्रिय स्थिति में परिवार को आर्थिक सुरक्षा मिल सके।

4. लंबे और छोटे अवधि के वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करें: शादी के बाद दोनों पार्टनर्स के सपनों और जरूरतों के आधार पर वित्तीय लक्ष्य तय करें, जैसे घर खरीदना, बच्चों की शिक्षा, रिटायरमेंट आदि। इन लक्ष्यों के अनुसार निवेश करें ताकि वे समय पर पूरे हो सकें।

5. संयुक्त निवेश और बैंक खाते का प्रबंधन: एक संयुक्त बैंक खाता खोलें ताकि रोजमर्रा के खर्च और अन्य जरूरी बिलों का भुगतान आसानी से हो सके। इसके अलावा, निवेश विकल्पों पर भी चर्चा करें और SIP, म्यूचुअल फंड, PPF आदि में मिलकर निवेश करें ताकि भविष्य में एक बड़ा कॉर्पस बन सके।

इन पांच कदमों को अपनाने से शादी के बाद आर्थिक स्थिरता और भविष्य के लिए एक सुरक्षित वित्तीय योजना तैयार की जा सकती है। इससे आप दोनों मिलकर खर्च और निवेश का बेहतर प्रबंधन कर पाएँगे और वित्तीय तनाव से भी बचे रहेंगे।