Vastu Tips: यदि आप वास्तु के टिप्स को मानते हैँ तो इसमें जिंदगी जीने के बारे में काफी सारे नियमों और कल्याणों का उल्लेख किया है। दरअसल, कुछ ऐसे कार्य होते हैँ, जिन्हें खासतौर पर शाम को करने से बचना चाहिए। वहीं, अगर रोज शाम के समय इसी तरह कार्य करने लग जाए तो हर सकारात्मक तरह कि ऊर्जा धीरे धीरे नेगेटिव एनर्जी में बढ़ती जाएगी।
शाम के समय नींद पूरी करना
वास्तु के अनुसार मानें तो सुबह और शाम का शुभ समय सकारात्मक ऊर्जा से होता है। लेकिन इन दोनों समय अगर ज्यादा देर तक बिस्तर में लेटे रहते हैँ तो जितनी भी पॉजिटिव एनर्जी है वे नेगेटिविटी में बदल सकती है। साथ ही साथ बिस्तर देर से छोड़ने से आपके ईस्ट देवता भी क्रोधित हो सकते हैँ। जिसका असर न केवल आपको बल्कि आपके परिवार को भी झेलना पड़ सकता है।
नकारात्मक चीजों का करना पड़ सकता है सामना
वास्तु शास्त्रों के मुताबिक शाम के समय आँखों और कानो से प्राप्त होने वाले प्रत्येक जानकारी का असर हमारे सीधे तौर पर विचारों के ऊपर पड़ता है। इसलिए तुरंत उठते ही नेगेटिविटी थॉट माइंड में घूमने लग जाते हैँ। इसलिये वास्तु के अनुसार अगर शाम के समय सोने जा रहे हैँ तो कमरे में पूरा अंधेरा न रखें बल्कि एक लाइट जरूर जला के रखे।
बात बात पर लड़ाई करना
यदि वास्तु शास्त्र के मुताबिक मानें तो शाम के समय झगड़ा करने से पूरा दिन तहस नहस सा हो जाता है। साथ ही आप सुकून से सो भी नहीं पाते हैँ। इसका असर व्यक्ति को दूसरे दिन भी देखने को मिल सकता है। इसलिए बिन वजह लड़ाई झगड़ा करने से बचें। साथ ही परिवार के बीच प्यार और सम्मान बनाए रखने के लिए एक दूसरे के संग लंच और डिनर में बाहर जा सकते हैँ।
इसके अलावा दिन के समय सोने से जितना हो सके उतना ज्यादा ही बचना चाहिए। इसके पीछे का कारण है कि दिन के समय ऐसे कई सारे कार्य होते हैँ जिन्हें आप पूरा कर सकते हैँ। जैसे कि किताबों का पढ़ना, टीवी देखना, घूमने जाना आदि। क्युंकि अगर दिन में ज्यादा देर तक सो जाएंगे तो फिर शाम के समय नींद में खलल आना तो तय है।