Vastu Tips For Negative Energy: वास्तु शास्त्र में दो शक्तियों के बारे में बताया गया है एक सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा। यदि सकारात्मक ऊर्जा रहती है तो घर में पॉजिटिविटी बनी रहती है और परिवार कि ग्रोथ बढ़ती जाती है।
वहीं, नेगेटिव एनर्जी रहती है जिस भी घर में वहां एक हँसता खेलता परिवार भी तहस – नहस हो जाता है। पूरी जिंदगी नीरस सी लगती है। वास्तु शास्त्र में वहीं कई सारे उपायों के बारे में बताया गया है जिनसे नेगेटिव एनर्जी को जड़ से खत्म किया जा सकता है और दूर किया जा सकता है।
पर नेगेटिव एनर्जी है कि ये पता लगाने के लिए आपको अपने घर में कुछ खास संकेतों के ऊपर ध्यान रखने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत होगी। यदि आपको इस तरह के लक्षण स्वयं या किसी के भी घर में दिखाई दे रहे हैँ, तो तुरंत सतर्क हो जाने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत है।
इस तरह से महसूस करें नेगेटिव एनर्जी को (Tips To Recognize Negative Tips)
घर ऐसी जगह हो जहाँ यदि व्यक्ति आए तो उसको शांत और सागज़ता महसूस हो। मन में किसी प्रकार कि घबराहट या दिक्क़त न हो और बार – बार वाद विवाद न हो तो समझिए कि यहाँ किसी प्रकार कि नेगेटिव एनर्जी नहीं है। लेकिन इसके जस्ट अपोजिट हो मतलब घर में भीतर आते ही मन व्याकुल हो उठे, सोते समय खराब सपनों का आना या बार – बार अशांति महसूस हो तो समझ लें कि घर में नेगेटिव एनर्जी का साया है।
नेगटिव एनर्जी का क्या तात्पर्य है
दरअसल, नेगेटिव एनर्जी से केवल यही नहीं तात्पर्य है कि आपका घर चारों ओर से प्रेत आत्माओं और भूत प्रेत से भर गया हो। कई बार घर गलत बनावट, चीजों का गलत दिशाओं में रखने से और आदि तरीकों से भी व्यक्ति वास्तु दोष का शिकार हो सकता है। यदि नेगटिव शक्तियों का निवारण कर लिया जाए तो व्यक्ति जीवन कि ढेरो समस्यायों से मुक्ति पा सकता है।