एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या से जुड़े मामले की जांच पुलिस गंभीरता से कर रही है. पुलिस का मकसद हत्या के पीछे की वजह जानकर आरोपियों को सख्त कार्रवाई करना है. मुंबई पुलिस की मानें तो बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश पहले भी कई बार रची गई थी, लेकिन मौका नहीं मिलने की वजह से शूटर नाकाम रहे थे.

अब तक पुलिस इस मामले में कई संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, जिसमें अभी कुछ और भी बड़े खुलासे होने की आशंका लगाई जा रही है. मुंबई पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के संदिग्ध शूटरों ने बीते महीने बांद्रा और उसके आसपास हिस्सों में उनकी हत्या की साजिश 10 से ज्यादा बार रची गई, लेकिन सफलता नहीं मिली थी.

एक सीनियर पुलिस अधिकारी के मुताबिक, शूटरों को सिद्दीकी की हत्या खेरवाड़ी में उनके बेटे दफ्तर के पास करने को कहा गया था, क्योंकि यह सब खुला इलाका माना जाता है.

शूटर काफी दिनों से तलाश रहे थे मौका

एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए शूटर काफी दिनों से मौके की तलाश में थे. लेकिन सिद्दीकी पर गोली चलाने का मौका नहीं मिला. कई बार बाबा सिद्दीकी सामने आए, लेकिन भीड़ में घिरे होने की वजह से शूटरों ने गोली नहीं चलाई. मुंबई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मामले में एक और आरोपी हरीश कुमार निषाद को यूपी के कैसरगंज से गिरफ्तार कर लिया.

इस आरोपी को 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है, जहां कड़ी पूछताछ के बाद कुछ बड़े राज भी खुल सकते हैं. इसके अलावा मामले में अन्य तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. दो कथित शूटर – गुरमेल सिंह (23) और धर्मराज कश्यप (21)- और दूध डेयरी के मालिक प्रवीण लोनकर।

दूध डेयरी के मालिक प्रवीण लोनकर शुभम लोनकर का भाई है. इसके ही सोशल मीडिया पोस्ट ने सिद्दीकी की हत्या को लॉरेंस बिश्नोई गैंस से जोड़कर खलबली मचा दी थी. अब पुलिस सोसल मीडिया पर किए गए दावे की बारीकी से जांच कर रही है.

लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े तार की हो रही जांच

बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद एक पोस्ट के जरिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम लेकर एक पोस्ट करते हुए हमले की घटना की जिम्मेदारी लेने का दावा किया था. इस पोस्ट के बाद हड़कंप मच गया था. मुंबई पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े एंगल की गंभीरता से जांच कर रही है.