नई दिल्ली: रोहित शर्मा का नाम आते ही भारतीय क्रिकेट फैंस के मन में “हिटमैन” का तगड़ा प्रदर्शन और बड़े-बड़े शतक याद आते हैं। लेकिन, मौजूदा टेस्ट क्रिकेट में उनके प्रदर्शन ने फैंस को निराश किया है। बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में रोहित का बल्ला खामोश है, और यह चर्चा तेज हो रही है कि वे इस लंबे फॉर्मेट को अलविदा कह सकते हैं।
मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में रोहित शर्मा सिर्फ 3 रन बनाकर आउट हो गए। सीरीज के पिछले मुकाबलों में भी उनका प्रदर्शन औसत से नीचे रहा है। उन्होंने अब तक चार पारियों में केवल 22 रन बनाए हैं, जो कि एक कप्तान के लिए चिंता का विषय है। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में फ्लॉप रहने के बाद यह फॉर्म और ज्यादा सवाल खड़े कर रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय टीम के WTC फाइनल में पहुंचने की संभावनाओं पर रोहित के टेस्ट करियर का भविष्य निर्भर करता है। अगर टीम WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाती, तो रोहित के संन्यास लेने की संभावना बढ़ सकती है।
सूत्रों के अनुसार, मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर इस समय मेलबर्न में मौजूद हैं और रोहित शर्मा के भविष्य को लेकर बातचीत कर सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कप्तान के इस निर्णय पर टीम मैनेजमेंट और सलेक्शन कमिटी क्या कदम उठाते हैं।
रोहित ने मेलबर्न टेस्ट में ओपनिंग की, जबकि इससे पहले एडिलेड और गाबा में वे मिडल ऑर्डर में खेले थे। हालांकि, ओपनिंग में भी उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। दूसरी ओर, केएल राहुल ने पर्थ टेस्ट में ओपनिंग करते हुए अपनी मजबूत दावेदारी पेश की थी।
रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में कई महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं, लेकिन हालिया प्रदर्शन के बाद वे शायद छोटे फॉर्मेट पर फोकस करना चाहते हैं। यह भी संभव है कि वे वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण यह फैसला लें।