नई दिल्लीः गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाने के मकसद से केंद्र सरकार (Central Government) जननी सुरक्षा योजना (janni suraksha yojana) चला रही है. इस योजना का मकसद गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता पहुंचाना है. सरकार महिलाओं के बीच डिलीवरी को बढ़ावा देने के साथ-साथ नवजात मृत्यु दर में हो रही वृद्धि को कम करने के लिए कोशिश कर रही है.
वैसे भी सरकार (Government) की तरफ से इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिला की डिलीवरी होने के बाद अकाउंट में सीधे 6,000 रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं. इसके अलावा भी जननी सुरक्षा योजना (janni suraksha yojana) में कई बड़े फायदे मिलते हैं. इस योजना से जुड़ने से जुड़ना चाहते हैं तो पहले कुछ जरूरी बातों को जानना होगा, जिसके बाद आपका सब कंफ्यूजन समाप्त हो जाएगा. योजना के लिए कैसे आवेदन कर सकते हैं, यह सब नीचे जान सकते हैं.
जननी सुरक्षा योजना से जुड़े बड़े अपडेट
गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु को शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के लिए जननी सुरक्षा योजना (janni suraksha yojana) कारगर साबित हो रही है. वैसे भी यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) है, जिसका मकसद गर्भवती महिलाओं को फायदा पहुंचाना है. सरकार इस योजना से 6,000 रुपये ट्रांसफर करती है.
इसमें सबसे खास कि गर्भवती महिलाओं की सारी जांच और बच्चे की डिलीवरी मुफ्त में हो जाती है, जिससे किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी. जच्चा-बच्चा को सही मात्रा में पोषण मुहैया कराने के हिसाब से यह रकम जारी की जाती है. डिलीवरी होने के साथ ही आपके अकाउंट में 6,000 रुयप की राशि भेजी जाती है. सरकार इस योजना पर सालाना करीब 1600 करोड़ रुपये खर्च करती है. योजना की शुरुआत 12 अप्रैल 2005 में की गई थी.
कैसे उठाएं योजना का फायदा?
सबसे पहले गर्भवती महिला को डिलीवरी और नवजात के जन्म के लिए किसी सरकारी हॉस्पिटल में पंजीकरण कराना होगा. लाभ प्राप्त करने के लिए आपके पास कुछ डॉक्यूमेंट्स होने जरूरी हैं. इसमें आधार कार्ड, सरकारी हॉस्पिटल द्वारा जारी डिलीवरी सर्टिफिकेट, महिला का बैंक खाता नंबर की जरूरत पड़ेगी. घर परिवार में कोई गर्भवती महिला है तो योजना से जुड़ सकती है. गरीब वर्ग में जीवन यापन कर रही महिलाओं के लिए यह योजना वरदान की तरह है.