Poultry Farming: मुर्गी पालन एक लाभदायक व्यवसाय है, जिसे आप अपने खाली प्लॉट में शुरू कर सकते हैं। सरकार भी इस व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिसमें 5 लाख रुपए तक की सब्सिडी दी जाती है। यह व्यवसाय कम निवेश में अच्छा लाभ दे सकता है और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी प्रदान करता है।

मुर्गी पालन व्यवसाय की मुख्य बातें:

1. शुरुआती निवेश: मुर्गी पालन व्यवसाय को छोटे स्तर पर कम निवेश में शुरू किया जा सकता है। आपको मुर्गियों के शेड, चूजों, फीड, और अन्य आवश्यकताओं के लिए थोड़ी शुरुआती पूंजी की आवश्यकता होती है।

2. सब्सिडी: सरकार द्वारा मुर्गी पालन को बढ़ावा देने के लिए 5 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है। यह सब्सिडी NABARD (नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट) और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत प्रदान की जाती है।

3. ब्याज दर पर छूट: कई सरकारी बैंक और सहकारी संस्थाएं मुर्गी पालन के लिए कर्ज भी देती हैं, जिसमें ब्याज दर पर छूट का लाभ मिलता है। इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) का भी उपयोग किया जा सकता है।

4. लाभ:

अंडे और मुर्गी के मांस से नियमित आय।

मुर्गियों के मल का उपयोग खाद के रूप में किया जा सकता है, जो खेती में सहायक होता है।

मुर्गी पालन से कमाई का एक स्थिर स्रोत बनता है।

योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता:

भारतीय नागरिक और 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति।

खाली प्लॉट होना आवश्यक है, जहां मुर्गी शेड बनाया जा सके।

आवेदन के लिए आधार कार्ड, पहचान पत्र, बैंक खाता विवरण, और भूमि का प्रमाणपत्र जरूरी है।

आवेदन प्रक्रिया:

1. ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन: संबंधित राज्य के पशुपालन विभाग की वेबसाइट या नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं।

2. प्रोजेक्ट रिपोर्ट: आवेदन के दौरान एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट जमा करनी होती है, जिसमें व्यवसाय की योजना का विवरण दिया गया हो।

3. दस्तावेज़: आवश्यक दस्तावेज़ों में पहचान पत्र, भूमि का प्रमाणपत्र, बैंक खाता और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ शामिल हैं।

मुर्गी पालन एक अच्छा व्यवसाय हो सकता है जो आपके खाली प्लॉट का सही उपयोग कर सकता है और सरकार की सब्सिडी का लाभ उठाकर आपको आर्थिक रूप से सशक्त बना सकता है।