नई दिल्लीः भारत सरकार अब एक नहीं बल्कि कई शानदार स्कीम लोगों को अमीर बनाने के लिए चला रही है. आप ऐसी स्कीम्स (Scheme) का बंपर फायदा उठा सकते हैं. अगर आप रिटायरमेंट के बाद भी मोटा फंड इकट्ठा करना चाहते हैं तो फिर देर नहीं करें. लोग समझदारी से निवेश करके मोटी इनकम प्राप्त कर सकते हैं. आज हम आपको पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश कर तगड़ा रिटर्न ले सकते हैं.

स्कीम्स में सरकार की ओर से बढ़िया ब्याज का लाभ मिलता है. दिमाग में सवाल उठ रहे होंगे कि रिटर्न के मामले में कौन सी स्कीम बढ़िया है. आर्टिकल में नीचे शानदार स्कीम के बारे में जान सकते हैं, जहां सब कंफ्यूजन खत्म हो जाएगा.

पीपीएफ से जुड़ी जरूरी बातें

केंद्र सरकार (central government) की पीपीएफ स्कीम (ppf scheme) भी किसी वरदान की तरह है. साल 2020 के बाद से इसमें किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया गया है. सरकार प्रत्येक तिमाही में ब्याज दरों की समीक्षा करती है. फिलहाल इस स्कीम पर लोगों को 7.1 फीसदी तक ब्याज का फायदा मिल रहा है. निवेश करके ब्याज का फायदा उठा सकते हैं.

सुकन्या समृद्धि योजना में क्या खास?

केंद्र सरकार (central government) की ओर से चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना (ssy) भी बेहद खास होने वाली है. यह बच्चों के लिए शुरू की गई स्कीम है. माता-पिता अपनी बिटिया का अकाउंट ओपन कराकर निवेश कर सकते हैं. सरकार द्वारा गारंटीकृत टैक्स-फ्री मुनाफा दिया जाता है. मौजूदा समय में सुकन्या समृद्धि योजना (ssy) में लोगों को 8.2 फीसदी ब्याज मिल रहा है. आप बेटी का फटाफट अकाउंट ओपन कराकर अमीर बनाने का का लाभ ले सकते हैं.

पोस्ट ऑफिस में खुलवाएं फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट

क्या आपको पता है कि पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट (td) या फिक्स्ड डिपॉजिट (fd) बैंक की तरह है. इसमें निवेश अवधि के लिए जमा की गई राशि पर जमाकर्ता को गारंटीकृत रिटर्न का फायदा मिल जाता है.

पोस्ट ऑफिस (post office) में आप एक साल के लिए टाइम डिपॉजिट (td) करते हैं तो 6.9 फीसदी ब्याज मिल जाएगा. 2 वर्ष की टाइम डिपॉजिट (td) पर पोस्ट ऑफिस (post office) 7 फीसदी ब्याज देता है. इसके अलावा 3 साल की टाइम डिपॉजिट पर 7.1 फीसदी और 5 वर्ष में 7.5 प्रतिशत ब्याज का फायदा मिलता है, जो किसी बढ़िया ऑफर की तरह है. आप इसका बंपर फायदा उठा सकते हैं. सरकार ने 1 अक्तूबर 2024 शुरू होने वाली लगातार तीसरी तिमाही के लिए ब्याद दरों को स्थिर रखा है.