CIBIL Score: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सिबिल स्कोर (CIBIL Score) को लेकर 6 नए नियम जारी किए हैं, जो 1 नवंबर 2024 से लागू हो गए हैं। इन नए नियमों का उद्देश्य उपभोक्ताओं के लिए वित्तीय सेवाओं को और अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक बनाना है। सिबिल स्कोर, जो कि एक व्यक्ति की क्रेडिट वर्थिनेस को मापने वाला स्कोर है, अब इन नियमों के तहत अधिक प्रबंधन और निगरानी के अधीन होगा।
नए सिबिल स्कोर नियमों के प्रमुख बिंदु:
1. नए क्रेडिट कार्ड के लिए सिबिल स्कोर की समीक्षा:
बैंक और वित्तीय संस्थान अब सिबिल स्कोर की समीक्षा करते वक्त अधिक समय देंगे। ग्राहकों को यह मौका मिलेगा कि वे अपनी रिपोर्ट में किसी भी गड़बड़ी को सुधारने का समय पा सकें।
सिबिल स्कोर की बारीकी से जांच की जाएगी, ताकि गलतियों या विवादों को आसानी से निपटाया जा सके।
2. सिबिल स्कोर पर खराब इतिहास को सुधारने के लिए नया तरीका:
अब ग्राहकों को सिबिल स्कोर पर नकारात्मक रिकॉर्ड को सुधारने के लिए एक कस्टमर फ्रेंडली तरीका दिया जाएगा। इसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यदि ग्राहकों की क्रेडिट हिस्ट्री में कुछ गलत है, तो उसे सही तरीके से सुधारने का अवसर मिले।
3. सिबिल रिपोर्ट में रिवाइज्ड पेमेंट शेड्यूल:
ग्राहकों को उनके सिबिल स्कोर में सुधार के लिए नए पेमेंट शेड्यूल को लागू करने का अवसर मिलेगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि पुराने लोन या क्रेडिट कार्ड पेमेंट पर उपभोक्ताओं को अधिक समय दिया जाए, ताकि वे अपना सिबिल स्कोर सुधार सकें।
4. क्रेडिट रिपोर्ट पर टैगिंग:
अब अगर किसी व्यक्ति का क्रेडिट कार्ड या लोन किसी कारणवश बकाया हो और वह सिबिल रिपोर्ट में नकारात्मक रूप से दिखाई दे, तो उसे “अस्थायी” टैग दिया जाएगा। इसका मतलब है कि ग्राहक को कुछ समय और दिया जाएगा, ताकि वे इसे सही कर सकें।
5. क्रेडिट रिपोर्ट की एसीसीसीएस (Accuracy, Clarity, and Consistency):
सिबिल रिपोर्ट की सटीकता, स्पष्टता और स्थिरता पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। कोई भी रिपोर्ट अनावश्यक गलत जानकारी से मुक्त रहेगी और इसके लिए सख्त नियम लागू किए गए हैं।
6. सिबिल स्कोर की नियमित निगरानी:
अब बैंक और वित्तीय संस्थान नियमित रूप से ग्राहकों की सिबिल स्कोर की निगरानी करेंगे और इसके आधार पर ग्राहकों को वित्तीय सेवाएं प्रदान करेंगे। यदि किसी ग्राहक का सिबिल स्कोर ठीक नहीं है, तो उन्हें नई सेवाएं प्रदान करने से पहले सुधारने का मौका मिलेगा।
नए नियमों का लाभ:
पारदर्शिता: अब सिबिल स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट अधिक पारदर्शी तरीके से ग्राहकों तक पहुंचेगी।
उपभोक्ता सुरक्षा: गलत जानकारी से बचने और उपभोक्ताओं को सुधार का अवसर मिल सकेगा।
समान अवसर: सभी ग्राहकों को अपनी सिबिल रिपोर्ट सुधारने और वित्तीय सेवाओं का फायदा उठाने का समान अवसर मिलेगा।
इन बदलावों से ग्राहकों को सिबिल स्कोर में सुधार करने और वित्तीय सेवाओं का सही तरीके से लाभ उठाने में मदद मिलेगी।