नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का आखिरी मुकाबला आज 12 अक्टूबर को हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। टीम इंडिया ने पहले दो मुकाबले जीतकर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना राखी है। अब जब सीरीज पहले ही भारत के नाम हो चुकी है, तो चर्चा है कि क्या तीसरे टी20 मैच में टीम इंडिया बड़े बदलाव करेगी ताकि युवा खिलाड़ियों को मौका मिल सके। इस मैच को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि क्या हर्षित राणा आज इंटरनेशनल डेब्यू करेंगे?

भारत की प्लेइंग XI में होंगे बदलाव?

टीम इंडिया ने पहले दो मुकाबलों में एक ही प्लेइंग XI को मैदान में उतारा था। लेकिन सीरीज पर कब्जा जमाने के बाद यह मुमकिन है कि तीसरे टी20 में बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को मौका दिया जाए। भारत के सहायक कोच रेयान टेन डोशेट ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि कुछ नए खिलाड़ियों को आजमाने का मौका मिल सकता है। खासतौर से तेज गेंदबाज हर्षित राणा, जिनका डेब्यू आज हो सकता है।

हर्षित राणा का इंटरनेशनल डेब्यू?

22 वर्षीय हर्षित राणा ने आईपीएल 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए शानदार प्रदर्शन किया था और अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी उन्होंने अपनी गेंदबाजी से सभी का ध्यान खींचा। उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ इस मैच में मौका मिलने की उम्मीद है। हर्षित की गेंदबाजी में तेज़ी और लाइन-लेंथ को देखते हुए वह भारतीय क्रिकेट के भविष्य के स्टार माने जा रहे हैं।

भारत के सहायक कोच का बयान

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सहायक कोच रेयान टेन डोशेट ने कहा, “हमारी टीम में काफी गहराई है और ज्यादातर खिलाड़ियों को आईपीएल का अनुभव है। हम नए खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव देना चाहते हैं और यह सीरीज जीतने के बाद सही मौका है। हर्षित राणा को मौका देने के लिए हम काफी उत्साहित हैं।”

क्या संजू सैमसन को मिलेगा एक और मौका?

संजू सैमसन, जो इस सीरीज में अभिषेक शर्मा के साथ ओपनिंग कर रहे हैं, अब तक अपने बल्ले से खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। लेकिन कोच टेन डोशेट ने यह भी कहा कि उन्हें एक और मौका मिल सकता है। टीम के पास जितेश शर्मा जैसे अच्छे विकल्प हैं, लेकिन टीम मैनेजमेंट का मानना है कि संजू को एक और मौका दिया जाना चाहिए ताकि वह अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर सकें।

तीसरे टी20 मैच में क्या होगी टीम की रणनीति?

भारत के लिए इस आखिरी मुकाबले में कुछ बदलाव करना स्वाभाविक है। टीम मैनेजमेंट युवा खिलाड़ियों को मौका देकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव देना चाहेगा। पहले से ही सीरीज जीतने के बाद भारत को किसी तरह का दबाव नहीं है, और यह मौका है जब कुछ नए चेहरों को परखा जा सकता है।