Success Story of IAS Prudhvi Tej Immadi : आंध्र प्रदेश के रहने वाले प्रुध्वी तेज इम्मादी ने यूपीएससी परीक्षा में Rank 24 प्राप्त किये हैं। इससे पहले उन्होंने आईआईटी जेईई परीक्षा में टॉप 1 रैंक हासिल किया था। प्रुध्वी कई लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। कई अभ्यर्थी का सपना होता है की वो आईआईटी में प्रवेश लें लेकिन आईआईटी में प्रवेश लेना इतना आसान नहीं है इसके लिए जेईई मेन और जेईई एडवांस परीक्षा पास करनी होती है। प्रुध्वी तेज इम्मादी ने न केवल इस परीक्षा को पास बल्कि टॉप 1 रैंक प्राप्त की।

प्रुध्वी तेज इम्मादी आंध्र प्रदेश के द्वारका तिरुमाला के मूल निवासी हैं। उनको साल 2014 में प्लेसमेंट सीजन के शुरू होने से पहले ही दक्षिण कोरिया में सैमसंग कंपनी से एक आकर्षक नौकरी का प्रस्ताव मिला था। उन्हें 70 लाख रुपये प्रति वर्ष का वेतन पैकेज भी मिला। इसके अलावा भारतीय प्रौद्योगिकी की संस्थान (IIT) बॉम्बे में प्रुध्वी तेज इम्मादी को आदित्य बिरला छात्रवृत्ति से सम्मानित किया गया। साल 2016 में प्रुध्वी भारत आये और UPSC परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी। साल 2011में, आईआईटी जेईई की परीक्षा को प्रुध्वी तेज इम्मादी ने टॉप किया था। आईआईटी जेईई की परीक्षा में प्रुध्वी रैंक 1 हासिल कर टॉपर बन गए हैं। आईआईटी ग्रैजुएट अभ्यर्थियों को प्लेसमेंट के जरिए अच्छे सैलरी वाली जॉब मिलती है।

IAS Prudhvi Tej Immadi Biography

प्रुध्वी तेज इम्मादी आंध्र प्रदेश के गुड़ीवाड़ा में विश्वभारती स्कूल से अपनी शुरुआती शिक्षा ली और विजयवाड़ा के चैतन्य कॉलेज से पढ़ाई की। उनके पिता का नाम श्रीनिवास राव है जो ज्वेलरी का बिजनेस करते हैं। प्रुध्वी तेज इम्मादी ने आईआईटी बॉम्बे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किए हैं।

Success Story of IAS Prudhvi Tej Immadi
Success Story of IAS Prudhvi Tej Immadi

Success Story of IAS Prudhvi Tej Immadi

वर्ष 2016 में प्रुध्वी तेज इम्मादी भारत आये और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी। प्रुध्वी ने यूपीएससी परीक्षा में रैंक 24 हासिल किये और इस परीक्षा में वे सफल हो गए। इस समय प्रुध्वी तेज इम्मादी ईस्टर्न पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (APEPDCL) के चेयरमैन है और वह मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई को प्रतिदिन 14 घंटे से भी अधिक समय दिया। वह पुराने पेपर का रिवीजन करते थे और सिलेबस पर फोकस किया करते थे।