Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के बारे में अगर आप जानते है तो इसमें बताया गया है कि घर कि दिशा कौन सी होनी चाहिए, घर में किस चीज को कहाँ रखा हुआ होना चाहिए और साथ ही इनका उपयोग किस प्रकार से किया जाना चाहिए, ये सब चीजें डिटेल में बताई गई हैँ। वहीं, बहुत से पौधे ऐसे होते हैं जिन्हें घर के भीतर लगाने कि मनाही होती है।
लेकिन अगर घर के बाहर लगे हों तो इनका आप कुछ नहीं कर सकते हैँ। ऐसे में आज हम आपको पपीता के पेड़ के बारे में बतायेंगे, जिसके बारे में ये जानेंगे कि वास्तु शास्त्र क्या कहता है।
बहुत से लोग ऐसे होते है जो कि पपीता के पेड़ को घर के सामने यानि कि खाली पड़ी हुई जगहों पर या आँगन में ही लगा देते हैँ। ये पेड़ दिखने में जितने में खूबसूरत होते हैँ उतने ही इनके फल खाने में स्वादिष्ट लगते हैँ। लेकिन वास्तु के मुताबिक ये जानें कि क्या इनके पेड़ को घर में लगाना सही है कि नहीं? जानिए इसके बारे में सब कुछ पर डिटेल में:
आँगन में भूल कर भी नहीं लगाना चाहिए पपीता का पेड़
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि मानें तो घर के आँगन में कभी भी पपीते के पेड़ को नहीं लगाना चाहिए, क्युंकि ये बिलकुल अशुभ होता है। कहा जाता है कि पपीता का पेड़ अगर आँगन में है तो कई सारी नेगेटिविटी को ला सकता है और आर्थिक तंगी का कारण भी बन सकता है। साथ ही जीवन कि सुख शांति भंग हो जाएगी वो अलग। इसलिए भूल कर भी पपीते के पेड़ को आँगन में न लगाएं। अगर आँगन में पहले से ही लगा हुआ है तो भगवान विष्णु जी कि कथा पढ़ के इसमें एक लाल धागा बांध दें, ताकि घर में सकरात्मकता का ही वास रहे।
पपीते के पेड़ में होता है पितरों का वास
वास्तु शास्त्रों के मुताबिक मानें तो पपीता का पेड़ आर्थिक नुकसान पंहुचाता है और बरकत को नुकसान पहुंचाने का कारण भी बन सकता है। वहीं, इसमें पितरों का वास होता है ये तक भी कहा जाता है। इसलिए पपीते के पेड़ को भूल कर भी घर के आँगन में नहीं लगाना चाहिए। इसे आप चाहें तो इच्छा अनुसार घर के बाहर या बगीचे में लगा सकते हैँ। लेकिन अगर घर के आँगन में पहले से लगा हुआ तो ऊपर बताए गए तरीके से भगवान विष्णु जी कि पूजा करें।