Baroda BNP Paribas Children’s Fund: बड़ौदा बीएनपी पारिबा एसेट मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (बड़ौदा बीएनपी पारिबा एएमसी) ने बड़ौदा बीएनपी पारिबा चिल्ड्रेन्स फंड (Baroda BNP Paribas Children’s Fund) लॉन्च किया है। यह एक सॉल्यूशन ओरिएंटेड, लक्ष्य आधारित इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम है, जो माता-पिता को अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने और उनके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन की गई है।

यह न्यू फंड ऑफर (NFO) 6 दिसंबर 2024 को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है और 20 दिसंबर 2024 को बंद होगा। इस स्कीम का बेंचमार्क निफ्टी 500 टोटल रिटर्न इंडेक्स है और इसका प्रबंधन प्रतीश कृष्णन द्वारा किया जाएगा।

बड़ौदा बीएनपी पारिबा एएमसी ने बड़ौदा बीएनपी पारिबा चिल्ड्रेन्स फंड लॉन्च किया है, जो एक लक्ष्य आधारित इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम है। यह स्कीम विशेष रूप से उन माता-पिता के लिए डिज़ाइन की गई है जो अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने या उनकी फाइनेंशियल प्लानिंग करने में मदद चाहते हैं।

यह न्यू फंड ऑफर (NFO) 6 दिसंबर 2024 से पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है और 20 दिसंबर 2024 को बंद होगा। इस स्कीम का बेंचमार्क निफ्टी 500 टोटल रिटर्न इंडेक्स है, और इसका प्रबंधन प्रतीश कृष्णन द्वारा किया जाएगा।

मुख्य विशेषताएँ:

एनएफओ की तारीख: 6 से 20 दिसंबर 2024

निवेश की रणनीति: इक्विटी और इक्विटी-संबंधित सिक्योरिटीज में कम से कम 80% निवेश

गोल-ओरिएंटेड उद्देश्य: बच्चों की शिक्षा और भविष्य की अन्य जरूरतों के लिए बचत करना

यह स्कीम माता-पिता को बच्चों के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए एक ग्रोथ-ओरिएंटेड निवेश विकल्प प्रदान करती है, खासकर उन बढ़ती लागतों को ध्यान में रखते हुए, जैसे शिक्षा और अन्य गतिविधियाँ।

बड़ौदा बीएनपी पारिबा चिल्ड्रेन्स फंड का उद्देश्य बच्चों के भविष्य के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग को आसान बनाना है, क्योंकि शिक्षा पर आने वाला खर्च तेजी से बढ़ रहा है। शिक्षा की लागत में महंगाई दर लगभग 11% सालाना है, जो औसत महंगाई दर से दोगुनी है। उदाहरण के तौर पर, पिछले 20 सालों में एमबीए प्रोग्राम 8 गुना महंगा हो गया है, जो एक चौंकाने वाली बात है।

सुरेश सोनी का कहना है कि अगर आज इंजीनियरिंग डिग्री पर 6 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं, तो भविष्य में यह खर्च बढ़कर 1 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। ऐसे में माता-पिता को अपने बच्चों के लिए भविष्य में होने वाले खर्चों को ध्यान में रखते हुए निवेश की योजना बनानी चाहिए। वे सुझाव देते हैं कि माता-पिता एसआईपी (सिस्टमेटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान) के माध्यम से मंथली 9000 रुपये का निवेश करके 20 साल में 1 करोड़ रुपये जमा करने के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

इस फंड की प्रमुख विशेषताएँ:

80% निवेश: फंड का कम से कम 80% हिस्सा इक्विटी और इक्विटी-संबंधित सिक्‍योरिटीज में निवेश किया जाएगा।

निवेश रणनीति: बॉटम-अप स्टॉक-पिकिंग और टॉप-डाउन सेक्टोरल फोकस का मिश्रण, जिससे जोखिम को नियंत्रित करते हुए रिटर्न को अधिकतम किया जा सके।

लॉक-इन अवधि: इस योजना में 5 साल की लॉक-इन अवधि होगी या जब तक बच्चा वयस्क (18 साल) नहीं हो जाता, जो भी पहले हो।

निवेश का तरीका: निवेश एकमुश्त या एसआईपी (सिस्टमेटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान) के माध्यम से किया जा सकता है।

इस योजना के साथ निवेशकों को कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है, और यह बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक प्रभावी रास्ता हो सकता है।