Theeth Whitening Side Effects: अपने दांतों को चमकाने के लिए हम क्या-क्या नहीं करते हैं. कभी चेंज करके न्यू प्रोडक्ट के टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं तो कभी अलग-अलग केमिकल प्रोडक्ट्स का यूज़ करते हैं. ताकि दांत चमकते रहें क्यूंकि पीले दांतों से शर्मिंदगी महसूस होती है. इसलिए दांतों को सफ़ेद रखना हमारे डेली रूटीन का एक अहम हिस्सा बन चुका है.

परन्तु क्या आपको पता है कि जरूरत से अधिक व्हाइटनिंग टूथपेस्ट के इस्तेमाल से धीरे-धीरे दांत कजोर होने लग जाते हैं. भारतीय बाजारों में एक नहीं बल्कि कई तरीकों के दांत सफ़ेद करने के टूथपेस्ट मिलते हैं जिनके एड को देख के ही हम उन्हें आँख बंद करके इस्तेमाल करने में लग जाते हैं. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि ये दांतों को सफ़ेद तो कर देता है, लेकिन भीतर से दांत कमजोर होने लग जाते हैं और खोखले होते चले जाते हैं.

डार्क येलो और कमजोर दांत

यदि एनसीबीआई पर मौजूद रिसर्च के मुताबिक मानें तो गंदे और पीले दांत को क्लीन करने के लिए बाजार में व्हाटनिंग टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं. अगर रोजाना इनका इस्तेमाल लगातार किया जाए तो ये दांतों को भीतर से खराब और डैमेज करने लगते हैं. दांतों को कमजोर होने के साथ-साथ ये धीरे-धीरे उन्हें पीले भी करने लग जाते हैं.

अब समझिये कि इस तरह के प्रोडक्ट के इस्तेमाल से कौन से नुकसान झेलने पड़ सकते हैं:

दांतों की भीतरी सतह को बनाता है कमजोर

दांतों को सफ़ेद करने वाले टूथपेस्ट का इस्तेमाल दांतों की सतह पर जिद्दी दाग और प्लाक्स को जड़ से रिमूव करने के लिए किया जाता है. बताते चलें कि इस तरह के टूथपेस्ट में हाइड्रोजन परऑक्साइड की मात्रा काफी ज्यादा होती है. इसके आलावा इसमें ब्लीचिंग एजेंट्स भी पाए जाते हैं, जो कि दांतों की इनेमल को काफी ज्यादा डैमेज करते हैं, जिससे दांत कमजोर होकर टूटने लगते हैं. इससे दांतों की नेचुरल सफेदी धीरे-धीरे अपने आप गायब होने लग जाती है.

इस कारण भी दांत होते हैं कमजोर

जो लोग जरूरत से ज्यादा टीथ व्हाइटनिंग का यूज़ करते हैं उनके दांतों में मिनरल्स की कमी काफी ज्यादा हो जाती है. दांतों को मजबूत और स्वस्थ बनाये रखने के लिए मिनरल्स बहुत काम आता है.

इन टूथपेस्ट का ही करें इस्तेमाल

अगर दांत को सफ़ेद बनाने वाले टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो हमेशा डेंटिस्ट की सलाह से ही करें. क्यूंकी वही, आपको दांतों को जाँच करने के बाद सही टूथपेस्ट बताएंगें. वहीं, ओरल हेल्थ को मेंटेन रखने के लिए सही डाइट प्लान को फॉलो जरूर करें. वहीँ, कोशिश करें कि ऐसे टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें जिनमें फ्लोराइड 1350 पीपीएम फ्लोराइड से ज्यादा न हो.

Latest News