नई दिल्लीः पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम के बारे में आपने नहीं सुना तो कोई बात नहीं. हम आपको मंथली इनकम स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां से हर महीना पेंशन का इंतजाम कर सकते हैं. जानकर खुशी होगी कि यह स्कीम पुरी तरह से सुरक्षित है. इसमें लोगों को सालाना 7.4 फीसदी ब्याज का फायदा मिल रहा है.

इस योजना के एकल अकाउंट में अधिकतम 9 लाख और ज्वाइंट खाते में अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं. निवेश करने के बाद आपको ठीक-ठाक इनकम होगी. मंथली इनकम योजना में आप कैसे अपना खाता खुलवा सकते हैं, यह सब नीचे आर्टिकल में जान सकते हैं.

मंथली इनकम स्कीम में कैसे ओपन कराएं खाता?

पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम में अकाउंट ओपन कराने को 18 साल या इससे अधिक उम्र होनी चाहिए.

ज्वाइंट अकाउंट यानी तीन लोग एक साथ खुलवा सकते हैं.

इसके साथ ही नाबालिग के नाम पर उसके नाम संरक्षक होना जरूरी है.

अगर नाबालिग 10 वर्ष का हो गया तो वह अपने नाम पर खुद खाता खुलवा सकता है.

स्कीम में मिनिमम 1,000 रुपये का खाता खोल सकते हैं.

अगर आपका सिंगल खाता है तो मैक्सिमम 9 लाख रुपये तक और संयुक्त अकाउंट हैं तो 15 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है.

ज्वाइंट खाते में हर खाता का हिस्सा बराबर रहने वाला है.

जानिए कैसे मिलेगा योजना में ब्याज का फायदा?

मंथली इनकम स्कीम में 7.4 फीसदी सालाना ब्याज दर की जाती है.

किसी वजह से खाताधारक ब्याज की रकम नहीं निकालते हैं तो यह पोस्ट ऑफिस सेविंग खाता में जुड़ता है और उस पर ब्याज मिलता है.

इसके साथ ही योजना की परिपक्वता अवधि 5 वर्ष है. इसके बाद नई ब्याज के साथ आगे बढ़ाने का काम किया जा सकता है.

जानिए कैसे होगे मंथली लाभ?

ज्वाइंट खाते में अधिकतम 15 लाख का निवेश.

योजना में ब्याज की राशि मिलेगी सालाना 1,12000 रुपये.

इस हिसाब से मंथली इनकम होगी 9250 रुपये.

एकल अकाउंट में 9 लाख रुपये का अधिकतम निवेश

सालाना ब्याज मिलेगा 66,600 रुपये.

मंथली इनकम 5,500 रुपये.

योजना में यह फायदे भी मिलते हैं

जानकारी खुशी होगी कि योजना में बैंक एफडी से ज्यादा रिटर्न देती हैं. 5 वर्ष बाद इसे नई ब्याज दर पर बढ़ाने का काम किया जा सकता है. अगर निवेशक योजना को आगे जारी नहीं रखना चाहता है तो 5 वर्ष बाद पूरी रकम वापस निकाल सकता है. एक साल से पहले अकाउंट को लॉक नहीं किया जा सकता है. अगर 1 से 3 साल के बीच खाता बंद करने पर विचार कर रहे हैं तो 2 फीसदी तक रकमक काटी जाएगी.