नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में 5वें टेस्ट मैच का रोमांच अपने चरम पर है। हालांकि, टीम इंडिया के अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली का खराब फॉर्म इस मैच में भी जारी रहा। पहले दिन कोहली ने 69 गेंदों का सामना किया, लेकिन मात्र 17 रन ही बना सके। खास बात यह रही कि इस पारी में उन्होंने एक भी बाउंड्री नहीं लगाई।
पहली ही गेंद पर बड़ा जीवनदान
पहले दिन जब कोहली क्रीज पर आए, तो स्कॉट बोलैंड की पहली ही गेंद पर वह आउट होते-होते बचे। गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर दूसरी स्लिप में स्टीव स्मिथ के पास गई। स्मिथ ने कैच पकड़ने की कोशिश की, लेकिन रीप्ले में साफ हुआ कि गेंद जमीन को छू गई थी। थर्ड अंपायर ने कोहली को नॉट आउट करार दिया, जिससे भारतीय खेमे में राहत की सांस ली गई।
लंच तक संभली पारी
जीवनदान मिलने के बाद कोहली ने संभलकर खेला और शुभमन गिल के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। दोनों के बीच 40 रनों की साझेदारी हुई। हालांकि, लंच से ठीक पहले शुभमन गिल नाथन लियोन की गेंद पर आउट हो गए। पहले सत्र के अंत तक भारत ने 57 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे।
दूसरे सेशन में भी दोहराई वही गलती
दूसरे सेशन में कोहली ने ऋषभ पंत के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाने का प्रयास किया। हालांकि, 32वें ओवर में स्कॉट बोलैंड की गेंद पर उन्होंने फिर वही गलती दोहराई, जो वह इस सीरीज में बार-बार कर रहे हैं। बाहर जाती गेंद को छेड़ने की कोशिश में वह स्लिप में कैच थमा बैठे।
कोहली का धीमा गेम
कोहली की इस पारी ने क्रिकेट फैंस को चौंका दिया। 69 गेंदों तक टिके रहने के बावजूद वह एक भी बाउंड्री नहीं लगा सके। यह उनके टेस्ट करियर की पहली पारी थी, जिसमें उन्होंने बिना बाउंड्री के इतनी गेंदें खेलीं।
कोहली के खराब फॉर्म का असर
कोहली का मौजूदा फॉर्म भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय है। इस सीरीज में अब तक वह लगातार संघर्ष करते नजर आए हैं। सिडनी टेस्ट में उनकी धीमी बल्लेबाजी और बार-बार वही गलतियां करना यह संकेत देता है कि उन्हें अपने तकनीकी और मानसिक खेल पर काम करने की जरूरत है।