नई दिल्ली: साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच सेंचुरियन में खेला जा रहा पहला टेस्ट रोमांचक मोड़ पर है। इस मैच में एक नया सितारा उभरा है—कोर्बिन बॉश। टेस्ट डेब्यू कर रहे इस खिलाड़ी ने गेंद और बल्ले से ऐसा कमाल किया है, जो साउथ अफ्रीका के क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ है। उनके प्रदर्शन ने पाकिस्तान के बल्लेबाजों और गेंदबाजों को चौंका दिया है। आइए इस ऐतिहासिक मुकाबले और कोर्बिन बॉश के शानदार प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।

पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की यह सीरीज विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के अंतर्गत खेली जा रही है। यह मुकाबला भारत के लिए भी अहम है, क्योंकि इसके परिणाम WTC फाइनल में भारत की दावेदारी को प्रभावित कर सकते हैं। भले ही भारतीय दर्शक मेलबर्न में भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैच पर ज्यादा ध्यान दे रहे हों, लेकिन सेंचुरियन में चल रहे इस टेस्ट ने भी क्रिकेट फैंस का ध्यान खींचा है।

पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने 211 रन बनाए, जो एक नॉर्मल स्कोर माना जा सकता है। पाकिस्तान के इस छोटे स्कोर के पीछे कोर्बिन बॉश की घातक गेंदबाजी का बड़ा योगदान था। उन्होंने 15 ओवर में 63 रन देकर चार महत्वपूर्ण विकेट झटके। उनके शिकारों में कप्तान शान मसूद, साउद शकील, आमेर जमाल और नसीम शाह शामिल थे। अपनी सटीक लाइन और लेंथ से उन्होंने पाकिस्तान की बल्लेबाजी को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया।

गेंदबाजी में धमाल मचाने के बाद कोर्बिन बॉश ने बल्लेबाजी में भी इतिहास रच दिया। जब साउथ अफ्रीका की टीम मुश्किल में थी और उनके सात विकेट 191 रन पर गिर चुके थे, तब बॉश ने क्रीज पर आकर टीम को संकट से बाहर निकाला। उन्होंने नंबर 9 पर बल्लेबाजी करते हुए 93 गेंदों में शानदार 81 रनों की पारी खेली, जिसमें 15 चौके शामिल थे।

कोर्बिन बॉश अब साउथ अफ्रीका के पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में चार विकेट लेने के साथ-साथ 50 से ज्यादा रन बनाए हैं। यह उपलब्धि उन्हें साउथ अफ्रीका के क्रिकेट इतिहास में खास जगह दिलाती है। उनकी बल्लेबाजी के कारण साउथ अफ्रीका की टीम न केवल पिछड़ने से बची, बल्कि मजबूत स्थिति में पहुंच गई।

बॉश की पारी ने उन्हें नौवें नंबर पर डेब्यू करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज बना दिया है। इससे पहले, श्रीलंका के मिलन रथनायके ने इसी साल 72 रन बनाए थे। भारत के बलविंदर सिंह संधू का 41 साल पुराना रिकॉर्ड भी इस साल टूट चुका है। 1983 में संधू ने पाकिस्तान के खिलाफ 71 रन बनाए थे।

बॉक्सिंग डे टेस्ट में कोर्बिन बॉश ने अपने प्रदर्शन से दिखा दिया है कि वह लंबे समय तक साउथ अफ्रीका की टीम का हिस्सा बने रह सकते हैं। उनका हरफनमौला खेल न केवल साउथ अफ्रीका के लिए, बल्कि विश्व क्रिकेट के लिए भी एक नई उम्मीद है।