नई दिल्ली: मेलबर्न टेस्ट में भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर से उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। महज तीन रन बनाकर आउट होने के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या यह उनके टेस्ट करियर का आखिरी मैच साबित होगा। रोहित की खराब फॉर्म ने न सिर्फ टीम को मुश्किल में डाला है, बल्कि उनके करियर को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

रोहित शर्मा ने मेलबर्न टेस्ट में ओपनिंग करते हुए यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत की। हालांकि, वह सिर्फ तीन रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर आउट हो गए। इससे पहले, एडिलेड और ब्रिसबेन टेस्ट में उन्होंने मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी की थी, लेकिन वहां भी उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। पिछले आठ टेस्ट मैचों की 14 पारियों में रोहित का औसत सिर्फ 11.07 रहा है, और उन्होंने कुल 155 रन बनाए हैं। ऐसे में उनकी खराब फॉर्म ने भारतीय टीम के बैलेंस पर भी सवाल खड़े किए हैं।

भारत महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा कि रोहित के लिए यह कठिन समय है। उन्होंने ‘7 क्रिकेट’ के लिए कमेंटरी के दौरान बताया, “अभी उनके पास दूसरी पारी और सिडनी टेस्ट की दो पारियां बची हैं। इन तीनों पारियों में अगर वह रन नहीं बनाते हैं, तो सवाल उठने लाजिमी हैं।” रोहित का खराब प्रदर्शन यह संकेत देता है कि भारतीय टीम को अब ओपनिंग के लिए एक स्थिर और फॉर्म में चल रहे खिलाड़ी की जरूरत है।

क्या यह होगा रोहित का आखिरी टेस्ट?

मेलबर्न टेस्ट के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाता है, तो सिडनी टेस्ट उनके करियर का आखिरी टेस्ट हो सकता है। चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर भी मेलबर्न में मौजूद हैं, और कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों के बीच रोहित के फ्यूचर को लेकर बातचीत हो सकती है।

फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को मौका देने की जरूरत

रोहित शर्मा के खराब प्रदर्शन के बावजूद टीम में उनकी जगह बनाए रखने का फैसला अब कोच और मैनेजमेंट के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन गया है। अगर रोहित टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला करते हैं, तो केएल राहुल जैसे फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग का मौका मिल सकता है।

वनडे क्रिकेट में रोहित का दबदबा

टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बावजूद, रोहित वनडे क्रिकेट में एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं। अगले सात सप्ताह में वनडे चैम्पियंस ट्रॉफी खेली जानी है, और इसमें रोहित का प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए अहम होगा। अगर वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेते हैं, तो वनडे में उनकी फॉर्म पर पॉजिटिव असर पड़ सकता है।

कप्तानी और खराब शॉट सिलेक्शन पर सवाल

मेलबर्न टेस्ट में रोहित का आउट होना न सिर्फ उनकी खराब फॉर्म का उदाहरण है, बल्कि उनकी शॉट सिलेक्शन पर भी सवाल उठाता है। उन्होंने एक बेहद खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया। बतौर कप्तान भी वह इस सीरीज में खास प्रभाव नहीं डाल पाए हैं।

गौतम गंभीर ने एक बार आईपीएल के दौरान खराब फॉर्म के चलते खुद को टीम से बाहर रखने का फैसला किया था। क्या रोहित को भी ऐसा कदम उठाना चाहिए? अगर वह टेस्ट क्रिकेट से खुद को बाहर रखते हैं, तो यह टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।