99 फीसदी लोग नहीं जानते हैं FD में निवेश की जबरदस्त 5 बातें, आप जानकर उठाएं लाभ

देश में शुरु से ही बैंक की फिक्सड डिपॉजिट को सेफ माना गया है। आप के घर में किसी की जरुर एफडी संचालित हो रही होगी। हालांकि लोग ऐसे निवेश करने से पहले कुछ बातों का ध्यान नहीं रखते है, जिससे मोटा रिटर्न और कम लाभ मिलते है। हम आप को एफडी में निवेश करने से पहले ऐसे जरुरी बातों के बारे में बता रहे है, जो हर निवेशक को जानना जरुरी है।

लोगों के बीच में निवेश का एक सबसे फेमस और पारंपरिक ऑप्शन FD रहा है। जो अपनी सुरक्षा, गारंटीड रिटर्न के कारण निवेशकों की कमाई करवा रहा है। आप निवेश करने से पहले इन बातों को गौर कर सकते हैं। यहां पर शेयर बाजार के मुकाबले अच्छा रिटर्न मिलता है।

निवेश करने से पहले करें ब्याज दरों की तुलना

अगर आप कोई फिक्स्ड डिपॉजिट में इन्वेस्टमेंट की प्लान कर रहे है, कई बैंकों, NBFCs और पोस्ट ऑफिस में मिल रहा ब्याज दरों की तुलना कर लें, जिससे आप के रकम पर उचित ब्याज दर मिले। हर बैंक में आम नागरिक के मुकाबले सीनियर सिटीजन को एक्स्ट्रा ब्याज का लाभ भी मिलता है, जो करीब 0.25% से 0.75% तक हो सकता है। बैंक की बेवसाइट पर जाकर ब्याज दरें चेक करें, यहां पर मिल रही एफडी पर लेटेस्ट दरें दिखाई पड़ती है।

सही चुने निवेश की अवधि

निवेश करते समय एफडी की अवधि मायने रखती है, जिससे आप को अपने फाइनेंशियल गोल के अनुसार एफडी की अवधि तय कर सकते है। इस समय ऑनलाइन रिटर्न कैलूकेटर से देख सकते हैं, कितने अवधि में अच्छी कमाई हो रही है। जिससे कमाई से अन्य खर्चों पर इसका असर ना पड़ें। जैसे की आप को घर खऱीदना है,तो निवेश कर रहे है, जिससे मनी मेनेजमेंट को भी ध्यान में रखना होगा।

समय से पहले निकासी पर चार्ज

जब कोई एफडी में निवेश करता है, तो यहां पर पैसा उस अवधि में लॉक हो जाता है। जिससे समय से पहले निकासी करने पर बैंक चार्ज लगा देती है। ऐसे नियम और शर्तों को पहले से पढ़ना जरुरी है। किसी मजबूरी में समय से पहले एफडी तोड़नी पड़े, तो करीब 0.50% से 1.00% तक फाइन लगा सकता है। हालांकि ये फाइन हर बैंक का अलग-अलग हो सकता है।

एफडी पर टैक्स

एफडी पर टैक्स की जानकारी होनी चाहिए, जिससे आप को रिटर्न मिलने पर कोई परेशानी न आए, बता दें कि एफडी में मिलने वाला रिटर्न लोगों के कुल आय में जोड़ा जाता है जिससे आयकर स्लैब के हिसाब से टैक्स देना पड़ता है। एक फाइनेंसियल ईयर में एफडी से ब्याज करीब आम नागरिकों ₹40,000 और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000 से ज्यादा हो जाता है, तो बैंक करीब 10% TDS काट सकता है।

महंगाई का रखें ध्यान

लोग भले ही एफडी पर कमाई खास कर रहे हो लेकिन महंगाई (मुद्रास्फीति) को भी ध्यान में रखना होगा, जो मिल रहे मोटे रिटर्न को कम कर सकती है। उदाहरण के तौर पर मान लें कि किसी को एफडी पर 7% ब्याज मिल रहा है और महंगाई दर 6% है, इस स्थिति में लाभ सिर्फ 1% तक ही मिल रहा होता है।