Paush Month Vrat Tyohar 2024: सनातन धर्म में पौष के महीने को बहुत ही ज्यादा स्पेशल और खास माना जाता है। खास बात ये है कि इस महीने सूर्य देव धनु राशि में विराजमान हैँ, इसलिए इनकी पूजा का एक प्रकार से खास महत्व भी दिया गया है। वहीं, इस महीने को दान – पुण्य का महीना भी कहा जाता है। पर पौष महीने में हर प्रकार के शुभ कार्यों को करने कि पूर्ण रूप से मनाही होती है।
जानिए कि पौष महीने का नाम कैसे पड़ा?
दरअसल, पौष महीने का नाम हिन्दू पंचांग के मुताबिक ही रखा गया है। वहीं, पुराने समय में ये भी तय किया गया था कि जिस भी महीने कि पूर्णिमा पर चन्द्रमा जिस नक्षत्र में होगा, उसी नाम महीने के नाम पर रखा जाएगा। खास बात ये है कि पौष पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा पुष्य नक्षत्र में होता है। इसलिए पौष का महीना कहा जाता है। ये हिन्दू कैलेंडर का दशवा महीना है और इसी महीने सूर्य देव कि कृपा से विशेष तरह कि पूजा अर्चना करने का खास प्रकार का महत्व है। पौष महीने के होने पर विधि विधान से जो भी व्यक्ति सूर्य देव कि पूजा करेगा, उसपर भगवान विष्णु जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा।
ऐसे में ये जानना बहुत ही ज्यादा खास है कि कौन सा त्यौहार कब धूम धाम के साथ मनाया जाएगा:
ये रही लिस्ट आप लोग डालें एक नजर:
कालाष्टमी : 22 दिसंबर, 2024 ( रविवार)
संकटी गणेश चतुर्थी : 18 दिसंबर 2024 (बुधवार)
सफला एकादशी : 26 दिसंबर 2024 (गुरुवार )
क्रिसमस / मदन मोहन मालवीय जयंती : 25 दिसंबर 2024 ( गुरुवार)
प्रदोष व्रत : 28 दिसंबर 2024 ( शनिवार)
सोमवार अमावस्या : 30 दिसंबर 2024 (सोमवार)
मासिक शिवरात्रि : 29 दिसंबर 2024 (रविवार)
सोमवार अमावस्या : 30 दिसंबर 2024 (सोमवार)
रविवार षष्ठी : 5 जनवरी 2025 (रविवार )
शक्रवार वरद चतुर्थी : 3 जनवरी 2025, शुक्रवार
रविवार षष्ठी: 5 जनवरी 2025, रविवार
दुर्गाष्टमी व्रत : 7 जनवरी 2025, मंगलवार
गुरु गोबिंद सिंह जयंती : 6 जनवरी 2025, सोमवार
वैकुंठ एकादशी, पोष पुत्रदा एकादशी: 10 जनवरी 2025, शुक्रवार
दुर्गाष्टमी व्रत : 7 जनवरी, 2025, मंगलवार
कूम्र द्वादाशी व्रत, प्रदोष व्रत : 11 जनवरी 2025 (शनिवार)
पौश पूर्णिमा माघ स्नान प्रारम्भ ( लोहरी): 13 जनवरी 2025, सोमवार