नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की हार एक बड़े झटके के रूप में आई है। हाल ही में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 1-3 से हार का सामना करना पड़ा, और इस हार ने भारतीय क्रिकेट फैंस को गहरे सदमे में डाल दिया। हालांकि, इस हार के बाद भारतीय टीम के पूर्व ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक खुलासा किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि किस खिलाड़ी के कारण भारत यह बड़ी सीरीज नहीं जीत सका। अश्विन के अनुसार, अगर एक खास खिलाड़ी को टीम में शामिल नहीं किया गया होता, तो भारत आसानी से ट्रॉफी पर कब्जा कर सकता था।
रविचंद्रन अश्विन ने अपनी यूट्यूब चैनल पर एक चर्चा के दौरान यह बयान दिया कि ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने सीरीज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारत के लिए परेशानी का कारण बने। अश्विन का मानना है कि अगर बोलैंड को टीम में मौका नहीं मिलता, तो भारतीय टीम आसानी से ट्रॉफी जीत सकती थी। उन्होंने यह भी कहा कि बोलैंड के राउंड द विकेट गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों, विशेषकर बाएं हाथ के बल्लेबाजों, के लिए कठिनाई पैदा की।
स्कॉट बोलैंड ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया। उन्होंने पांच में से सिर्फ तीन मैच खेले थे, लेकिन आखिरी दो टेस्ट मैचों में उन्होंने शानदार गेंदबाजी की और कुल 16 विकेट चटकाए। इन 16 विकेटों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को हराया और सीरीज को अपने नाम किया।
अश्विन ने यह भी कहा कि बोलैंड का सलेक्शन ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए भाग्यशाली साबित हुआ। उन्होंने यह कहा कि, “अगर बोलैंड टीम में नहीं होते, तो शायद भारत सीरीज जीत सकता था।” बोलैंड की गेंदबाजी ने भारतीय टीम के लिए एक चुनौती पेश की, और विशेष रूप से बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ उनकी गेंदबाजी ने बड़ा फर्क डाला।
इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी गेंदबाजी में रणनीतिक बदलाव किए थे। बोलैंड को एडिलेड टेस्ट में जोश हेजलवुड के चोटिल होने के बाद टीम में शामिल किया गया था। इस बदलाव ने ऑस्ट्रेलिया को एक नया बल प्रदान किया और सीरीज के अंतिम दो टेस्ट मैचों में उनका प्रदर्शन बेहतरीन था।
रविचंद्रन अश्विन ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर भी विचार किया और कहा कि भारत को अपनी रणनीति में कुछ बदलाव करने की आवश्यकता थी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारतीय टीम ने एक समान गेंदबाजी अटैक के साथ खेला होता, तो शायद वे सीरीज जीत सकते थे। अश्विन के अनुसार, भारतीय टीम की हार का मुख्य कारण बोलैंड की प्रभावी गेंदबाजी थी, जो भारतीय टीम के बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुई।
हालांकि भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस सीरीज ने भारतीय क्रिकेट को कुछ महत्वपूर्ण सबक दिए हैं। भारत के पास अभी भी शानदार बल्लेबाज और गेंदबाज हैं, और वे भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। अश्विन ने यह भी कहा कि इस हार से भारतीय टीम को और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है, ताकि वे अगली बार ऑस्ट्रेलिया को मात दे सकें।
ऑस्ट्रेलिया ने इस सीरीज में जीत के साथ WTC फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। यह उनकी 2014/15 के बाद पहली बार भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हराने की सफलता थी। इसके साथ ही, ऑस्ट्रेलिया ने पिछली चार सीरीज हारने के बाद ट्रॉफी अपने नाम की।