नई दिल्ली : टेस्ट क्रिकेट का सीजन भारतीय क्रिकेट के लिए एक चुनौतीपूर्ण दौर साबित हो रहा है। हाल ही में, भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, जहां टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भारतीय टीम की रैंकिंग में भारी गिरावट आई है। वहीं, पाकिस्तान की टीम भी साउथ अफ्रीका के दौरे पर है, जिसके कारण रैंकिंग में और भी बदलाव देखने को मिले हैं। इस आर्टिकल में हम भारतीय टीम की आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में गिरावट और आगामी मुकाबलों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
भारतीय क्रिकेट टीम ने लंबे समय तक आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में अपनी दबदबा बनाए रखा था, लेकिन हालिया हार के बाद इस रैंकिंग में गिरावट आई है। भारत की टीम अब 109 रेटिंग अंकों के साथ टेस्ट रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। सीरीज से पहले भारत दूसरे स्थान पर था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार और साउथ अफ्रीका की जीत के बाद भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। वहीं, साउथ अफ्रीका अब 112 रेटिंग अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया की टीम कायम है, जिनके पास 126 रेटिंग अंक हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद भारतीय टीम को केवल रैंकिंग में ही नुकसान नहीं हुआ है, बल्कि वह आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल की रेस से भी बाहर हो गई है। यह फाइनल 11 जून से खेला जाएगा, और भारत इस बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह बनाने में नाकाम रहा है। पिछले दो सीजन में भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन वहां न्यूजीलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत को हराया था। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि टीम इंडिया ने लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट में अपना दबदबा बनाए रखा था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया हार का मुख्य कारण भारतीय टीम के बल्लेबाजों का कमजोर प्रदर्शन रहा। टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ संघर्ष किया, और इस वजह से मैचों में जीत हासिल नहीं कर सके। इसके अलावा, भारत के प्रमुख गेंदबाजों का फिटनेस और चोटों से जूझना भी हार का कारण बना। इन हारों ने टीम इंडिया को रैंकिंग में नुकसान पहुँचाया और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी जगह नहीं बना पाई।
भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी जो प्रतिष्ठा बनाई थी, वह धीरे-धीरे अब कमजोर पड़ती हुई नजर आ रही है। पहले, भारतीय टीम को टेस्ट क्रिकेट में जीत के लिए पहचाना जाता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में लगातार हार और खिलाड़ियों की फिटनेस समस्याएं इस प्रतिष्ठा को हानि पहुंचा रही हैं। टीम इंडिया के कप्तान और कोच के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय है, क्योंकि उन्हें टीम की मानसिकता और रणनीति पर ध्यान देना होगा ताकि आने वाले मैचों में भारत अपनी पुरानी स्थिति में वापसी कर सके।