नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज बुरी तरह हार गई। टीम ने केवल पहला टेस्ट मैच जीता, जब जसप्रीत बुमराह कप्तानी कर रहे थे। इसके बाद भारतीय टीम न केवल कोई और मैच जीत पाई बल्कि जीत के करीब भी नजर नहीं आई। इस हार के बाद कई सवाल उठ रहे हैं, खासकर मोहम्मद शमी को लेकर। चोट से उबरने के बाद शमी घरेलू क्रिकेट में वापसी कर चुके थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें ऑस्ट्रेलिया नहीं ले जाया गया। अब टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने इस मामले पर अपनी राय रखी है, जो भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए चर्चा का बड़ा मुद्दा बन गई है।
रवि शास्त्री ने कहा कि मोहम्मद शमी को ऑस्ट्रेलिया ले जाना चाहिए था। उन्होंने यह बात आईसीसी रिव्यू में कही और जोर देकर बताया कि अगर वे टीम के कोच होते, तो शमी को मेडिकल टीम की निगरानी में रखते। शास्त्री ने कहा, “शमी की फिटनेस और रिकवरी को लेकर ऑस्ट्रेलिया में इंटरनेशनल लेवल के फिजियो से सलाह ली जा सकती थी। अगर तीसरे टेस्ट तक भी शमी खेलने के लिए फिट नहीं होते, तो उन्हें टीम से रिलीज किया जा सकता था। लेकिन उनकी मौजूदगी टीम के लिए अहम होती।”
रवि शास्त्री ने यह भी कहा कि मोहम्मद शमी का टीम में होना जसप्रीत बुमराह के लिए बड़ी राहत होती। उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस को स्कॉट बोलेंड और मिचेल स्टार्क का पूरा साथ मिला, जिससे उनकी गेंदबाजी और अधिक प्रभावी रही। वहीं भारतीय टीम में बुमराह अकेले फ्रंटलाइन गेंदबाज के रूप में पूरी जिम्मेदारी निभा रहे थे, जो आसान नहीं था।
शास्त्री ने कहा, “शमी के अनुभव और स्किल से भारतीय तेज गेंदबाजी अटैक को मजबूती मिलती। इससे बुमराह को भी बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलता।” मोहम्मद शमी ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 में शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन टूर्नामेंट के दौरान चोटिल होकर वे टीम से बाहर हो गए। फरवरी 2024 में उनके टखने की सर्जरी हुई। इसके बाद उन्होंने नवंबर में रणजी ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया। उनकी फिटनेस को देखकर कयास लगाए जा रहे थे कि शमी ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के लिए अंतिम दो मैचों में टीम का हिस्सा बन सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
भारत की ऑस्ट्रेलिया में हार का मुख्य कारण बल्लेबाजी और गेंदबाजी में तालमेल की कमी माना जा रहा है। लेकिन क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी गेंदबाज की गैरमौजूदगी भी एक बड़ी वजह रही। उनकी स्विंग और रिवर्स स्विंग की ताकत ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में बेहद घातक साबित हो सकती थी।